Saturday, November 23, 2024

देश में आचार संहिता लगी, कोई कर्फ्यू नहीं लगा,किसान को परेशान न करें, किसान वोट ज़रूर दें-राकेश टिकैत

मुज़फ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों को तंग करने विधुत कर्मियों को चेतावनी दी है कि बिजली वाले ध्यान से सुन लें, देश में आचार संहिता लगी है, कोई कर्फ्यू नहीं लगा, इसलिए किसानों को परेशान किया तो इलाज कर दिया जाएगा।

राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों को तंग करने वाले विद्युत कर्मियों को चेतावनी दी है कि बिजली वाले ध्यान से सुन लें, देश में आचार संहिता लगी है, कोई कर्फ्यू नहीं लगा, इसलिए किसानों को परेशान किया, तो इलाज कर दिया जाएगा। उन्होंने भाकियू पदाधिकारियों को भी हिदायत दी है कि ज्यादा फोटोबाजी के चक्कर में ना पड़ें और जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए भाकियू को मजबूत कर नये मेंबर बनायें और किसान हित में काम करें।

भाकियू की किसान राजधानी सिसौली में मासिक किसान पंचायत में बोलते चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि अगली मासिक बैठक लोकसभा चुनाव के चलते नहीं होगी, मतदान संपन्न होने के पश्चात मासिक बैठक की तिथि घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने भाकियू पदाधिकारियों से कहा कि किसानों को आगे बढ़ाने का काम करें और खुद फोटो खिंचवाने के ज्यादा चक्कर में ना पड़ें। किसी भी सभा या यात्रा स्टेज पर बैठने की लालसा में ना रहे। मासिक बैठक में आगामी कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

किसान भवन में मासिक बैठक का भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत द्वारा की गई और संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत द्वारा किया गया, जिसमें किसानों की समस्याओं को लेकर रणनीति बनाई गई।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में किसान अपनी मर्जी से कहीं भी वोट करें, लेकिन नोटा के बटन का प्रयोग न करें। सरकार ताकत के बल पर आंदोलन को दबाने का काम करती है। पुलिस के बल पर किसानों को दबाया जा रहा है। किसानों को हर गांव से ट्रैक्टर आंदोलन शुरू करना होगा।

टिकैत ने प्रदेश सरकार की ओर से किसानों के बिजली बिल माफ करने की घोषणा को शिगूफा बताते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। बिजली विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू हुई है, कोई कर्फ्यू नहीं लगा है। सरकार किसानों की जमीन छीन रही। शामली जिले के भाज्जू गांव से निकल रहे दिल्ली-देहरादून हाईवे पर किसानों की कट बनवाने की मांग पर उन्होंने कहा कि कट लगने के बाद किसान महंगे दामों पर जमीन बेचना शुरू न करें। किसानों को शपथ पत्र देना होगा कि जमीन नहीं बेचेंगे, जिस किसान ने स्वयं की जमीन खरीदी है, वही बेच सकता है। जमीन विरासत में मिली है, इसलिए उस जमीन को अपने बच्चों को विरासत में ही दें।

पंचायत की अध्यक्षता ठाकुर जगत सिंह गोटका और संचालक ओमपाल मलिक ने किया। जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, कलिंदर मलिक, मान सिंह मलिक, नीरज पहलवान, वीरेंद्र, वेदपाल, एहसान त्यागी, पुरकाजी नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर फारूकी, इमरान, वीरेंद्र लाठियान, किशन त्यागी, सुनील, ओमपाल सिंह, फूल सिंह और संजीव प्रधान मौजूद रहे।

भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भाकियू के पदाधिकारी को नसीहत देते हुए कहा अधिक से अधिक सदस्य बनाकर किसानों को संगठन में जोडऩा होगा। गांव में ट्रैक्टर प्रमुख नियुक्त कर पंचायत में आम किसानों को साथ लेकर चलो। अपना गांव अपना ट्रैक्टर की तर्ज पर आंदोलन करना होगा। पंचायतों में पदाधिकारी को फोटो खिंचवाने की होड़ से पीछे हटना होगा। भाकियू के पुराने कार्यकर्ताओं को याद करते हुए कहा कि जो किसान आंदोलन में भाग लेकर जेल गए थे, उन किसानों और उनके परिवारों को जोड़कर सम्मान किया जाएगा।

 

 

 

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