नई दिल्ली। सिंगापुर और हांगकांग में एवरेस्ट के मसाला उत्पाद की गुणवत्ता पर सवाल उठाने के बीच एवरेस्ट फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एवरेस्ट स्पाइसेज) ने कहा कि उसके सभी उत्पाद सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता के हैं। हालांकि, खाद्य नियामक ने देश में बिकने वाले मसालों की गुणवत्ता की जांच कराने की बात कही है। वाणिज्य मंत्रालय ने एमडीएच और एवरेस्ट से भी ब्योरा मांगा है।
एवरेस्ट ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि हमारे उत्पादों पर किसी देश में प्रतिबंध नहीं है। कंपनी ने कहा कि एवरेस्ट के 60 उत्पादों में से केवल एक को जांच के लिए रखा गया है। यह एक मानक प्रक्रिया है, कोई प्रतिबंध नहीं। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने ग्राहकों को आश्वस्त करते हैं कि हमारे उत्पाद सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले हैं, इसलिए चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।
प्रवक्ता के मुताबिक यह एक मानक प्रक्रिया है, कोई प्रतिबंध नहीं। एवरेस्ट स्पाइसेज के 60 उत्पादों में से सिर्फ एक उत्पाद को जांच के लिए रखा गया है। खाद्य सुरक्षा कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हमारे सभी उत्पाद कड़े गुणवत्ता नियंत्रण जांच से गुजरते हैं। भारतीय मसाला बोर्ड की प्रयोगशालाओं से आवश्यक मंजूरी और अनुमोदन मिलने के बाद ही निर्यात को मंजूरी दी जाती है।
इससे पहले दुनिया में मसालों के सबसे बड़े उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक भारत ने सिंगापुर और हांगकांग के खाद्य सुरक्षा नियामकों से दो भारतीय कंपनियों के मसाला उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने से संबंधित ब्योरा मांगा है। इस संबंध में भारत ने सिंगापुर और हांगकांग के खाद्य सुरक्षा नियामकों के साथ-साथ दोनों ही देशों में भारतीय दूतावासों से मामले की जानकारी भी मांगी है।
उल्लेखनीय है कि सिंगापुर और हांगकांग ने हाल ही में गुणवत्ता संबंधी चिंताओं की वजह से एमडीएच और एवरेस्ट कंपनियों के कुछ मसाला उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन उत्पादों में एवरेस्ट फिश करी मसाला, एमडीएच मद्रास करी पाउडर (मद्रास करी के लिए मसाला मिश्रण), एमडीएच सांभर मसाला मिश्रित मसाला पाउडर और एमडीएच करी पाउडर मिश्रित मसाला पाउडर है।