मेरठ। जिले में हिस्ट्रीशीटर और गैंगस्टरों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जाएगा। इससे पहले इन अपराधियों के सत्यापन के लिए अभियान चलाया जाएगा। उसके बाद इनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अभियान छेड़ेगी। इसके लिए 15 थानों में टीमें बनाई गई हैंं।
महानगर और देहात के कुछ थानेदारों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। हिंसा के आरोपियों को करेंगे चिह्नित हिंसा की पूर्व की घटनाओं और इनके आरोपियों की सूची बनाने के लिए सभी थानों को जिम्मेदारी दी गई है। कितने लोगों की पूर्व में गिरफ्तारी हुई और कितनों की मौत हुई, यह भी रजिस्टर में रिकाॅर्ड रहेगा।
जानकारी के मुताबिक 271 डकैत और 1267 लुटेरों के अलावा 511 चोर भी चिन्हित किए गए हैं, जो अलग-अलग मुकदमों में नामजद हैं। इन आरोपियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि शहर के सभी 15 थानों में इनके सत्यापन का काम शुरू किया गया है। इसके बाद खुलासा हुआ कि 271 डकैतों में से 16 ही सक्रिय हैं। इनमें से दो जेल में और एक फरार है। इसके अलावा 1297 लुटेरों में से 93 फिलहाल सक्रिय हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि इनमें से 45 जेल में बंद हैं। वहीं, 511 चोरों में से 38 फिलहाल जेल से बाहर हैं। शहर में लिसाड़ीगेट में सबसे ज्यादा अपराधी हैं। यहां हिस्ट्रीशीटर भी सबसे अधिक हैं। बाहर के जिलों के गिरोह स्थानीय बदमाशों केे संपर्क में हैं। इस थाने को अपराधियों पर लगातार कार्रवाई की जिम्मेदारी दी है। अन्य थाने भी इसके लिए काम करेंगे। वहीं, देहात के थाने किठौर के इलाके में कई बड़े अपराधी हैं। इन पर कार्रवाई के लिए किठौर को जिम्मेदारी दी गई है। सरधना संवेदनशील है।