नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई। आम आदमी पार्टी सहित विभिन्न विपक्षी पार्टियों ने अदालत के इस फैसले का स्वागत किया है। हालांकि, भाजपा ने याद दिलाया है कि मुख्यमंत्री को शराब नीति घोटाले में वापस जेल जाना होगा।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पत्रकार वार्ता कर फैसले का स्वागत किया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि आज देश की शीर्ष अदालत ने देश और लोकतंत्र से प्यार करने वाले लोगों के दिलों में उम्मीद की किरण जलाई है। आज दिल्ली समेत पूरा देश खुश है।
पार्टी नेता गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से सिर्फ़ अरविंद केजरीवाल को जमानत ही नहीं मिली है बल्कि सत्य, संविधान और लोकतंत्र की भी जीत हुई है। हम संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं। अब तानाशाही का अंत होगा और इस 2024 के चुनाव में ही होगा।
मुख्यमंत्री को जमानत मिलने के फैसले पर देशभर से विपक्षी नेताओं के बयान आ रहे हैं। सभी फैसले का स्वागत कर रहे हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने फैसले का स्वागत किया है और आशा व्यक्त की है कि आने वाले समय में हेमंत सोरेन को भी न्याय मिलेगा।
सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की जमानत सत्य की एक और जीत है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मौजूदा चुनाव के लिहाज से यह काफी मददगार होगा। माकपा नेत्री बृंदा करात का कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला प्रवर्तन निदेशालय और केंद्र सरकार के चेहरे पर करारा तमाचा है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने याद दिलाया है कि मुख्यमंत्री को 2 जून को दोबारा भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना होगा। पार्टी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ है कि उन्हें सिर्फ चुनाव के लिए जमानत दी गई है। 1 जून के बाद उन्हें वापस जेल जाना होगा।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अंतरिम जमानत मिलने का मतलब निर्दोष होना नहीं है। इससे चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भाजपा दिल्ली की सभी 7 सीटें जीतेगी।