सहारनपुर। पांच वर्षीय दलित बालिका वैशाली पुत्री सचिन की हत्या का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। हत्या में वैशाली की सगी चाची 35 वर्षीय वर्षा पत्नी विकास और उसके प्रेमी 28 वर्षीय शुभम पुत्र गौतम को गागलहेड़ी पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने पत्रकारों को आज बताया कि 12 मई रविवार दोपहर से बालिका घर से लापता हो गई। रात्रि 12 बजे उसके पिता सचिन ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना गागलहेड़ी में दर्ज कराई। यह घटना थाना गागलहेड़ी के गांव भाभरी की है। एसपी सिटी अभिमन्यु ने बताया कि सोमवार को पुलिस दल मौके पर डाग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को लेकर गया तो कुत्ता वैशाली के चाचा के घर के पास जाकर रूक गया। पुलिस दल ने चाचा के घर के आसपास जब तलाश शुरू की तो बोरे में बंद बच्ची का शव चाचा के घर के पिछवाड़े पड़ा मिला।
पुलिस ने बच्ची के शव की जांच पड़ताल की तो शव के ऊपर प्याज/चावल आदि पड़े मिले। पुलिस ने बालिका वैशाली के चाचा के घर की छानबीन की तो एक कमरे में चावल, प्याज और प्याज के छिलके पड़े मिले। शक के आधार पर पुलिस ने उसकी चाची वर्षा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने प्रेमी शुभम के साथ हत्या करना कबूल किया। पुलिस ने शुभम को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की पहले तो वह वर्षा पर झूठा फंसाने का आरोप लगाता रहा लेकिन पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या की पूरी सच्चाई सामने आ गई।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि बालिका वैशाली ने अपनी चाची और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। गुस्से में शुभम ने बालिका को थप्पड़ मारे और जब वर्षा पानी आदि लेने कमरे से बाहर गई तो शुभम ने बालिका के साथ दरिन्दगी कर डाली। वर्षा और शुभम दोनों ने मिलकर वैशाली का गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बोरे में भरकर घर के पिछवाड़े डाल दिया। अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि इस खुलासे से मृतका के माता-पिता संतुष्ट हैं। इस हत्याकांड की जांच सीओ सदर रूचिका गुप्ता और एसओ गागलहेड़ी संदीप अधाना आदि शामिल रहे।