मेरठ। गर्मी बढ़ने के साथ कुत्ते भी हिंसक हो रहे हैं। मेरठ जिला अस्पताल सहित अन्य सीएचसी और पीएचसी में कुत्ते काटने से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पतालों में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए लोग रोजाना पहुंच रहे हैं। मेरठ जिला अस्पताल में रोजाना 200 के लगभग कुत्ते काटने से पीड़ित पहुंच रहे हैं। हालांकि विभागीय अधिकारियों का दावा है कि सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज के इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
जिले में तापमान लगातार बढ़ रहा है। तापमान बढ़ने के साथ ही कुत्ते भी खूंखार हो रहे हैं। गली मोहल्लों व सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्ते आते-जाते लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं। गर्मी में कुत्ते काटने से घायल मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ गई है। जिला अस्पताल में रोजाना एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने लोग पहुंच रहे हैं।
गर्मी से पहले यह संख्या कम थी। मार्च तक जिले में रोजाना लगभग 250 के आसपास मरीजों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लग रहे थे। मेरठ सीएमओ अखिलेश मोहन ने बताया कि जिले में सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज के इंजेक्शन निशुल्क लगाए जाते हैं। एंटी रेबीज इंजेक्शन अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
उनका कहना है कि अगर किसी को कुत्ता या अन्य कोई जानवर काट लेता है तो चिकित्सक की सलाह लेकर उसका उपचार कराना चाहिए। सभी सीएचसी पर एंटी रेबीज लगाए जाने के मंगलवार व शुक्रवार दो दिन निर्धारित हैं। लेकिन इसके बाद भी अगर मरीज किसी भी दिन पहुंचता है तो उनको एंटी रेबीज लगाया जा रहा है।