गाजियाबाद। गाजियाबाद में शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर ठगी करने वाला गैंग देश से लेकर विदेश तक फैला हुआ है। दो दिन पहले गाजियाबाद में पकड़े गए गैंग के तीन सदस्यों ने चौकाने वाले खुलासे किए हैं। शेयर ट्रेडिंग के जरिए साइबर ठगी करने वाले गैंग के सदस्यों ने बताया कि मास्टरमाइंड कंबोडिया में बैठकर भारत में संचालित गैंग को आपरेट कर रहा है। वह दुबई के बैंकों में रूपया मंगवाता है और वहां से सारा पैसा निकाल लेता है।
यह पूरा खेल ओटीपी के जरिए से किया जाता था। गाजियाबाद पुलिस के एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि गैंग ने भारत के कई शहरों में फर्जी फर्म दिखाकर चालू बैंक खाते खुलवाए हैं। इन खातों में ये निवेशकों से शेयर ट्रेडिंग का पैसा ट्रांसफर करवाते थे। खाते का रिमोट कंट्रोल कंबोडिया में बैठे गैंग लीडर के हाथ में था। खाते में आने वाली रकम को ट्रांसफर करने के लिए ओटीपी की जरूरत होती थी। भारत में मौजूद गैंग के सदस्य ओटीपी को विदेश भेजने के लिए विशेष प्रकार के ऐप्लिकेशन का उपयोग करता था।
ओटीपी के जरिए पैसा दुबई में ट्रांसफर कर एडीएम के जरिए निकाल लिया जाता था। पुलिस ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड कंबोडिया में है। आईपी एड्रेस ट्रेस करने से पुलिस को ये जानकारी हुई है। वो भारत के रहने वाले हैं या विदेशी हैं इसकी जानकारी की जा रही है। गाजियाबाद में जो लोग पकड़े गए हैं उन्होंने कभी अपने आकाओं से मुलाकात नहीं की है। सब कुछ आनलाइन और मोबाइल फोन के जरिए ही होता था। पकड़े गए लोगों ने बताया कि चालू खाते खुलवाने के नाम पर उनमें आने वाली रकम का एक प्रतिशत कमीशन के रूप में उनको मिलता था। कुल तीन ऐप संज्ञान में आए हैं। जिन्हें गूगल और प्ले स्टोर को लेटर भेजकर बंद कराया जाने की प्रक्रिया चल रही है।