मुजफ़्फरनगर। जनपद में रालोद विधायक और विधानमंडल दल के नेता ने अपने हल्के की एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए डीएम को उनके खिलाफ शिकायत की है।
उपजिलाधिकारी बुढाना के पद पर श्रीमती मोनालिसा जौहरी कार्यरत है। मोनालिसा जब से बुढ़ाना गई है, लगातार सुर्ख़ियों में छाई हुई है, तेज़तर्रार एसडीएम है और लगातार अपने छापे आदि से कुछ न कुछ चर्चाओं में बनी रहती है। अब उनके इलाके के विधायक राजपाल बालियान उनसे नाराज हो गए है, उन्होंने डीएम से एसडीएम के खिलाफ शिकायत की है।
दरअसल बुढ़ाना तहसील के प्रकरणों को लेकर रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान और एसडीएम मोनालिसा जौहरी आमने-सामने आ गए हैं। विधायक ने डीएम अरविन्द मलप्पा बंगारी से मिलकर बताया कि एसडीएम को गत दिनों में मातृत्व सुख प्राप्त हुआ है, मातृत्व संशोधन अधिनियम 2017 के अनुसार शासन द्वारा किसी भी सरकारी महिला कर्मचारी को छ: माह का अधिकतम अवकाश का प्रावधान है लेकिन उसके बाबजूद भी उपजिलाधिकारी बगैर कार्यालय आये लगातार पद पर बनी हुई है, जिससे आमजन को समस्याओं के निस्तारण हेतु दर-दर भटकना पड रहा है। उप जिला अधिकारी कार्यालय से गायब रहती है।
विधायक ने डीएम को दिए शिकायत पत्र में कहा कि एसडीएम के संरक्षण में लेखपाल संजय चौहान तहसील का संचालन कर रहा है। विधायक ने आरोप लगाया कि लेखपाल ही एसडीएम के संरक्षण में तहसील चला रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। लेखपाल ने दिल्ली-देहरादून हाईवे पर घासीपुरा में करोड़ों की लागत से बैंक्वट हॉल बना लिया है। आमजन से अवैध उगाही की जा रही है। उन्होंने एसडीएम पर कर्तव्यों के प्रति भी अनुशासनहीन होने का आरोप लगाया है। देर रात विधायक ने डीएम से मिलकर मामले की जांच कराने की मांग रखी है ।
दूसरी ओर इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने कहा कि विधायक की ओर से लगाए गए आरोप निराधार है। सरकारी जमीन पर कब्जे का एक मामला था। कब्जा करने वालों के पक्ष में विधायक ने कॉल की थी। लेकिन किसी भी व्यक्ति का सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। हमने पहले ही डीएम और एडीएम को पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया था। शिकायत के दबाव में आकर गलत काम नहीं होने दिया जाएगा।
इस मामले में डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि मामला जानकारी में आया है। विधायक ने पत्र दिया है और मुलाकात की है। मामले की जांच कराएंगे।