गाज़ियाबाद। मसूरी गंगनहर में बृहस्पतिवार को नहाने के लिए पुल से कूदे हिमांशु का शव 52 घंटे बाद सुबह करीब साढ़े छह बजे परिजनों को पानी में मिला। शव धौलाना में रावली पुल के पास घटनास्थल से पांच किमी दूर मिला। परिजनों ने हिमांशु के शव को बाहर निकाल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया।
मुजफ्फरनगर के चरथावल निवासी हिमांशु बृहस्पतिवार दोपहर अपने साथियों के साथ गंगनहर में नहाने गए थे। वह मौका देखकर रेलवे पुल पर पहुंच गए और छलांग लगा दी। उनके साथियों ने मना किया लेकिन, वह नहीं माना। साथियों ने उसको बचाने का प्रयास किया लेकिन, वह बहाव में बह गया। हिमांशु के चाचा का कहना है कि पुलिस का सहयोग नहीं मिलने के कारण वह खुद 20 हजार रुपये के चार निजी गोताखोर लाकर हिमांशु की तलाश करवा रहे थे। इसके अलावा जनरेटर लाकर नहर किनारे उजाला कर बैठे रहे।
गोताखोरों ने शुक्रवार सुबह से लेकर देर शाम तक रेलवे पुल से लेकर सात किलोमीटर तक देहरा झाल तक हिमांशु की तलाश की लेकिन, कोई कामयाबी नहीं मिली। पूरी रात सभी बारी-बारी से गंगनहर में मसूरी तक चक्कर लगाकर हिमांशु की तलाश करते रहे। आज सुबह करीब साढ़े छह बजे रावली पुल के पास एक शव पानी में बहता दिखाई दिया। उन्होंने उसे पानी से बाहर निकाला। शव की पहचान हिमांशु के चाचा रोहताश व साथियों ने की। एसीपी मसूरी नरेश कुमार का कहना है कि मामले में शव को हिमांशु के परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।