देवरिया- उत्तर प्रदेश के देवरिया में बुधवार को जनता दर्शन में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह और सिविल कोर्ट बार एशोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के बीच तकरार के बाद वकीलों के हंगामें को देखते हुए कुछ देर के लिए कचहरी पुलिस छावनी में तब्दील हो गई।
देवरिया कलेक्ट्रेट में बुधवार को जिलाधिकारी और अधिवक्ताओं के बीच खूब बवाल हुआ। अधिवक्ता एक वकील की निजी जमीन में बनी सड़क के मामले को लेकर डीएम से बात करने गए थे। अधिवक्ताओं के मुताबिक इस दौरान डीएम अखंड प्रताप सिंह ने वकीलों के साथ दुर्व्यवहार किया और चैंबर से बाहर जाने की बात कही। इसको लेकर अधिवक्ता उग्र हो गए और जमकर बवाल काटा। बाद में अधिवक्ताओं की बैठक जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी की अध्यक्षता में हुई। इसमें वकीलों ने डीएम का तबादला न होने तक न्यायिक कार्य के बहिष्कार का फैसला लिया।
सिविल बार एशोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने बताया कि बरहज तहसील क्षेत्र ग्राम पुरैना शुक्ल निवासी अधिवक्ता जय शिव शुक्ल की जमीन पर पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क निर्माण कराया गया है। शुक्ल का मानना है कि पीडब्ल्यूडी द्वारा उनकी जमीन के कुछ हिस्सों में सड़क का निर्माण कर दिया गया है। इसी सम्बन्ध में वे अपने बार के कुछ लोगों के साथ जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह से जनता दर्शन में उनके चेम्बर में मिलने गये थे।
श्री गिरी ने बताया कि एक बार फिर से उस जमीन की पैमाईश कराने की बात सुनते ही जिलाधिकारी भड़क गये और वकीलों को अमर्यादित तरीके से बालते हुए चेम्बर से बाहर जाने का निर्देश दे दिया। बताया जाता है कि इस बात की जानकारी अन्य वकीलों को होते ही वकील डीएम चेम्बर के सामने प्रदर्शन करने लगे तथा जिलाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । कचहरी में हंगामा होने की सूचना मिलते ही पूरी कचहरी पुलिस छावनी में तब्दील हो गई।
इस घटना की सूचना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महामहिम राज्यपाल को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि वकील जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।