गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र के इंद्रगढ़ी निवासी अधिवक्ता सुनील कुमार के दस्तावेज चोरी कर फर्जी फर्म खोलकर शातिरों ने 23.5 करोड़ का व्यापार कर लिया। इनकम टैक्स रिटर्न (आइटीआर) भरने के लिए जब अधिवक्ता अपने सीए से मिले तो मामले का खुलासा हुआ। सीए ने अधिवक्ता को बताया कि उनके नाम पर किसी ने बैट्री का व्यापार किया हुआ है। मामले में अधिवक्ता ने मसूरी थाने में फर्म संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अधिवक्ता सुनील कुमार गाजियाबाद कोर्ट में वकालत करते हैं। उन्होंने बताया कि वह हाल ही में आइटीआर भरने के लिए सीए से मिले तो उन्होंने उनके पैन नंबर के आधार मोटा लेनदेन होने की बात बताई। इसकी छानबीन करने पर पता चला कि उनके नाम से दिल्ली के नारायणा स्थित जीएसटी कार्यालय में 27 अक्तूबर 2023 को फर्म खोली गई है। जिस पर बैट्री खरीदने-बेचने का कारोबार किया जा रहा था। जबकि, उन्होंने कोई भी फर्म नहीं खोली थी।
मार्च तक इस फर्म से करीब 23.5 करोड़ का कारोबार होने की बात सामने आई। इतना ही नहीं, मई में फर्म को बंद करने का ई-मेल भी ठगों ने जीएसटी विभाग को भेज दिया। अधिवक्ता पर अधिकारियों ने दो करोड़ की जीएसटी और करीब 40 करोड़ का इनकम टैक्स बकाये के रूप में बताया। यह सुनकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने अधिकारियों को अपनी शिकायत दी। जानकारी करने पर पता चला कि आरोपियों ने आधार को एडिट करके और पैन नंबर उनका ही लगाया हुआ था।
शातिरों ने फर्म का खाता एचडीएफसी बैंक की हैदराबाद शाखा में खोला था। इसके साथ ही फर्म संचालकों ने दिल्ली के सरोजनी नगर का पता भी फर्म में डाला है। जिसमें उन्हें वहां का निवासी बताया गया है। अधिवक्ता ने संदेह जताया है कि उनका पैन और आधार कार्ड चोरी कर यह काम किया है।