लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा है कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में राज्य में 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों की भूमिका अहम है।
लोकभवन में अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि 2017 में प्रदेश देशी की छठे नंबर की अर्थव्यवस्था थी, जो आज दूसरे स्थान पर आ गई है। यही कारण है कि रोजगार देने के मामले में यूपी आज पहले पायदान पर है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में राज्य के एमएसएमई उद्यमियों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होने कहा कि पूरी दुनिया में एमएसएमई अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है। यूपी सौभाग्यशाली है कि यहां सैकड़ों साल से स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्पी, कारीगर अपने उत्पादों का निर्माण करते रहे हैं। मगर विगत दशकों में उचित प्रोत्साहन के आभाव में हमारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम दम तोड़ रहा था। 2017 तक एमएसएमई उद्यमियों के बीच हताशा और निराशा थी। हमारा प्रदेश अर्थव्यवस्था और रोजगार में फिसड्डी था। कृषि के बाद एमएसएमई ही रोजगार सृजन का सबसे बड़ा क्षेत्र है। इसे ध्यान में रखते हुए 2017 के बाद से लगातार किये गये प्रयास के फलस्वरूप आज हमारा एमएसएमई उद्योग प्रदेश के विकास की रीढ़ बन चुका है।
योगी ने कहा कि आज हम इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिए प्रदेश के एमएसएमई प्रोडक्ट की शोकेसिंग करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने बताया कि आज 20 हजार करोड़ से अधिक के ऋण की सुविधा उद्यमियों को प्राप्त होने जा रही है। इसके साथ ही रैम्प योजना के तहत बंद हो रही इकाइयों के उत्थान का काम किया गया है। इसके अलावा उद्यम को नये स्तर पर पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गये हैं। प्रदेश में 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाई हैं। इनकी ब्रांडिंग, मार्केटिंग और शोकेसिंग में हमने लंबी छलांग लगाई है। उन्होंने बताया कि झांसी में आज उद्घाटित हुआ रानी लक्ष्मीबाई प्लेज पार्क प्रदेश का 11वां प्लेज पार्क है। निजी क्षेत्र में उद्यमियों के लिए ये प्लेज पार्क अत्यंत ही लाभकारी होते हैं।