नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग द्वारा चलाई जा रही महिला हेल्पलाइन नंबर (181) अगले कुछ दिनों तक काम नहीं करेगी। हेल्पलाइन नंबर को कुछ दिनों के लिए बंद किया गया है। महिला हेल्पलाइन का संचालन दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा की जाएगी, जिसमें कुछ दिन लगेंगे। दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने यह जानकारी दी। इस हेल्पलाइन पर औसतन हर महीने 40 हजार कॉल्स आई थीं।
ये हेल्पलाइन 24 घंटे और सातों दिन चलाई जाती थी। कैलाश गहलोत ने सोमवार को कहा कि महिला हेल्पलाइन जिसे डीसीडब्ल्यू चला रही थी, वह अब उनके विभाग द्वारा चलाई जाएगी और फिलहाल कुछ दिनों तक काम नहीं करेगी। केंद्र सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली हेल्पलाइन को अनिवार्य बनाने की योजना बना रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया है कि महिला हेल्पलाइन नंबर (181) 30 जून तक चालू थी और दिल्ली महिला आयोग द्वारा चलाई जा रही थी। लेकिन, अब भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जाने वाली हेल्पलाइन के लिए इसे अनिवार्य बनाने की योजना बना रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रांजिशन फेज में लाइन हस्तांतरण करने में एक से दो दिन का समय लगेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में महिला हेल्पलाइन फिर से चालू हो जाएगी। मदद के लिए फिलहाल 112 पर कॉल किया जा सकता है। महिला संबंधी जो भी कॉल हेल्पलाइन नंबर 112 पर आएंगी, उन्हें डिपार्टमेंट में भेज दिया जाएगा।