नई दिल्ली। ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का नाम इन दिनों खासा सुर्खियों में है। केदारनाथ मंदिर में कथित सोना घोटाले से लेकर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह और दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण के साथ ही धर्म-राजनीति में संबंधों तक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का नाम खासा चर्चाओं में रहा है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने मुंबई दौरे के दौरान मातोश्री जाने और उद्धव ठाकरे को लेकर दिए उस बयान का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव के साथ विश्वासघात हुआ है। शंकराचार्य ने कहा कि क्या हम जनता नहीं हैं ? हम भी तो मतदाता हैं..क्या हमें अपनी बात कहने का अधिकार नहीं है।
धार्मिक नेतृत्व करना हमारा काम है। हम कोई भी बात बोलते हैं तो सोच विचारकर बोलते हैं। हिंदू धर्म में विश्वासघात के लिए कोई स्थान नहीं है। जब हम वहां गए तो महाराष्ट्र की जनता हमसे मिली और जनता ने हमसे कहा कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है।