नयी दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने देश को ‘चक्रव्यूह’ की तरह ‘कमलव्यूह’ में फंसा दिया है और कांग्रेस तथा विपक्षी गठबंधन इस व्यूह रचना को तोड़गे और देश की जनता को उसका अधिकार दिलाएंगे।
गांधी ने लोकसभा में सोमवार को बजट 2024 पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि हजारों साल पहले छह लोगों ने चक्रव्यूह की रचना कर वीर अभिमन्यु का बध किया था उसी तरह से 21वीं सदी में भाजपा सरकार ने चक्रव्यूह जैसे अपने ‘कमलव्यूह’ में देश को फंसा दिया है लेकिन विपक्ष उससे देश की जनता को बाहर निकालेगा और उसे व्यूह रचना से आजाद करेगा।
उन्होंने कहा “हमारे देवी देवताओं ने अभय मुद्रा का संदेश है जिसका आशय है कि ‘डरो मत डराओ मत’। देश में आज डर का माहौला है और यह डर चक्रव्यूह की तरह कमलव्यूह के कारण पैदा हुआ है। ‘चक्रव्यूह’ में छह लोगों ने मिलकर अभिमन्यु को मारा था। चक्रव्यूह का स्वरूप ‘कमलव्यूह’ जैसा होता है और 21वीं सदी में कमलव्यूह में किसानों, गरीबों, देश के आम आदमी को फंसाया जा रहा है। कमल व्यूह में भी छह लोग ही नजर आते हैं और पूरे देश को फंसाकर मारने का काम चल रहा है। सिर्फ दो लोगों को पूरे देश की अर्थव्यव्स्था सौंपी गई है।”
विपक्ष के नेता ने कहा “कमल के चक्र व्यूह ने रोजगार देने वाले विंदुओं पर हमला किया है। बजट में टैक्स के हमले को रोकने लिए और छोटे रोजगार को बढाने, युवाओं को रोजगार देने के लिए कुछ नहीं किया गया है। अग्निवीरों को चक्रव्यूह में फंसाया है। उनके लिए पेंशर जैसी कोई योजना नहीं है। अन्नदाता को भी चक्रव्यू में फंसाया गया है। किसानों ने एमएसपी मांगा है लेकिन वह भी नहीं दिया गया है। युवाओं का पेपर लीक के चक्रव्यू में फंसाया गया है। मध्यम वर्ग पर सरकार ने दोहरा हमला किया है। मध्यम वर्ग की पीठ पर और छाती पर छुरा घोंपा गया है।उन्होंने कहा कि दस साल में पेपरलीक 70 बार हुआ है। पेपर लीक युवाओं के लिए सबसे अहम मुद्दा है और वित्त मंत्री ने अपने भाषण में पेपर लीक पर एक शब्द नहीं कहा है।”
संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजुजु ने हस्तक्षेप करते हुए कहा है कि विपक्ष के नेता को सदन की मर्यादा को नहीं तोड़ना चाहिए। उन्हें नियमों की जानकारी नहीं है और वह सदन के नियमों को तोड़ रहे हैं। सदन में व्यवस्था होती है लेकिन उसे तोड़ा जा रहा है। सदन की परंपरा होती है लेकिन उसका ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
गांधी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन चक्रव्यूह को ताड़ने का काम कर रहे हैं और देश में इससे विश्वास पैदा होता है। विपक्षी गठबंधन शिव की बारात की तरह है और शिव की बारात को कोई चक्रव्यूह में फंसा ही नहीं सकता। चक्रव्यूह में देश को फंसाया जा रहा है और इससे करोड़ों लोगों को नुकसान हो रहा है और विपक्षी गठबंधन इस च्रक्रव्यूह को तोड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसी सदन में विपक्षी गठबंधन जाति जनगणना कराएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा है कि देश की सुरक्षा संवेदनशील मुद्दा है और विपक्ष के नेता देश को गुमराह कर रहे हैं और अग्निवीर योजना को लेकर जिस तरह से गुमराह किया जा रहा है उसको लेकर वह सदन में चर्चा करने को तैयार हैं।