Friday, September 20, 2024

महिलाएं वैश्विक स्तर पर बढ़ रही आगे,महिलाओं को प्रोत्साहित करने की जरुरत-आनंदी बेन पटेल

सहारनपुर -उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने की जरुरत पर बल देते हुये कहा कि आज महिलाएं वैश्विक स्तर पर आगे बढ चुकी है, अब उनको आगे बढने के लिए प्रेरित करना चाहिए न कि उनकी महत्वकांक्षाओं को दबाया जाना चाहिए।

श्रीमती पटेल ने माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षान्त समारोह में 25181 छात्रो को उपाधियां दी जिनमें छह को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 63 कुलपति स्वर्ण पदक, 02 विद्यार्थियों को प्रायोजित स्वर्ण पदक प्रदान किए गये।

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

उन्होने कहा कि आज परिवर्तन का युग है। यह दीक्षांत समारोह इस परिवर्तन के युग का प्रत्यक्ष उदाहरण है। इसमें 80 प्रतिशत छात्राओं एवं 20 प्रतिशत छात्रों को उपाधि मिली है। शिक्षा के माध्यम से किसी भी क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है। मेहनत और प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा “ मैं स्वयं भी शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र से जुडी रही हूँ और इन 70 वर्षों में मैने महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन देखा है। यह बदलाव कृषि, पशुपालन सहित विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई देता है। आज महिलाएं वैश्विक स्तर पर आगे बढ चुकी है, अब उनको आगे बढने के लिए प्रेरित करना चाहिए न कि उनकी महत्वकांक्षाओं को दबाया जाना चाहिए।”

श्रीमती पटेल ने कहा कि भारत में 35 प्रतिशत आबादी युवाओं की है। इस सपने को साकार करने के लिए सोच बदली है। आने वाले 25 वर्षों में जब हम देश की आजादी की शताब्दी मना रहे होंगे तब भारत विकसित राष्ट्र होगा। लेकिन यह विकास तभी माना जाएगा जब प्रत्येक आमजन को जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास उपलब्ध हो तथा विकास समग्र हो। उन्होने कहा कि सभी को यह संकल्प करना चाहिए कि गरीबी दूर हो। 2014 से अब तक 25 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके है।

राज्यपाल ने कहा कि भारत को विकसित देश बनाने के लिए आवश्यक है कि युवाओं के कौशल को विकसित किया जाए। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए ऋण दिए जाएं। इनको दिशा देने की जिम्मेदारी सरकारों, मंत्रियों एवं अधिकारियों की है। उन्होने कहा कि सुदूर क्षेत्रों के विकास के लिए बिचौलियों को दूर किया जाना आवश्यक है और यह काम आज उपलब्ध तकनीक के माध्यम से हम कर पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि प्रतिभाशाली छात्रों को सरकारी नौकरियां नहीं मिलती हैं तो ऐसे एक लाख छात्रों के लिए बिना ब्याज के दस लाख रूपए के कर्ज का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत सोच-समझकर नई शिक्षा नीति लागू कराई है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि अगले पांच वर्षों में एक करोड़ छात्र विभिन्न उद्यमों में इंटर्नशिप कर सकेंगे और वे उद्योग उनको अपने यहां जाॅब भी देने का काम करेंगे। श्रीमती पटेल ने डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन को महान शिक्षाविद् बताते हुए सभी को शिक्षक दिवस के अवसर पर बधाई दी।

उन्होंने कहा कि कौशल तकनीक और बुद्धि के उपयोग से आज के युवा और छात्र अपना चमकता हुआ भविष्य बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 60 हजार सिपाहियों की भर्ती के लिए परीक्षाएं कराईं हैं जिसके लिए 45 लाख प्रार्थना पत्र आए थे। जब  एक सिपाही बनने के लिए इतनी मारामारी है तो सरकारी नौकरियों के पीछे भागने का कोई औचित्य नहीं दिखता है।

इस अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ की महासचिव प्रो पंकज मित्तल, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, राज्यमंत्री संसदीय कार्य जसवंत सैनी, कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल , जिला पंचायत अध्यक्ष मांगेराम चौधरी, कुलपति माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय प्रो एचएस सिंह, कुलसचिव वीरेन्द्र कुमार मौर्य उपस्थित रहे।

 

 

 

 

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,334FansLike
5,410FollowersFollow
107,418SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय