दतिया। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में गुरुवार तड़के रियासत कालीन दीवार अचानक ढहकर कच्चे मकान और झोपड़ियों पर गिर गई। मलबे के नीचे नौ लोग दब गए। जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो को जिला अस्पताल भेजा गया है। अन्य पांच लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है। अंदेशा जताया जा रहा है कि बीते 30 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते किले की दीवार कमजोर हो गई थी आैर गिर गई।
जानकारी के अनुसार दतिया के खलका पुरा वार्ड में गुरुवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे कीले की दीवार कच्चे मकान और झाेपड़ियाें पर गिर गई। तेज आवाज सुनकर आसपड़ाेस के लाेग वहां पहुंचे ताे देखा किले की दीवार गिर गई है। लाेगाें तुरंत दो लोगों को तत्काल बाहर निकला और हॉस्पिटल भेजा। डॉयल 100 को फोन लगाया तो एक पुलिसकर्मी पहुंचा और लोगों को निकालने में मदद करने लगा।
फिलहाल, मौके पर कलेक्टर संदीप मकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और एसडीईआरएफ की टीम मौजूद है। मौके पर मौजूद लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है। सुबह 4 बजे से मलबा हटाया रहा है, लेकिन रेस्क्यू टीम एक भी आदमी को बाहर नहीं निकाल पाई है।
हादसे में परिवार के ये लोग दबे- निरंजन का परिवार निरंजन बंशकर (55) – मलबे में दबा,ममता पत्नी निरंजन- मलबे में दबी,राधा पिता निरंजन- मलबे में दबी,सूरज पुत्र निरंजन (19)- मौत,शिवम पुत्र निरंजन (22)- मौत,किशन का परिवार,किशन पुत्र पन्ना लाल, रंजन का जीजा निवासी ग्वालियर- मलबे में दबा,प्रभा पत्नी किशन बंशकार, निरंजन की बहन- मलबे में दबी,मुन्ना का परिवार,मुन्ना पुत्र खित्ते वंशकार- अस्पताल में भर्ती,आकाश पुत्र मुन्ना वंशकार- अस्पताल में भर्ती है।