मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट खासा चर्चा में है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने हाल ही में हुए मतदान के दौरान लोकतंत्र की मर्यादा के उल्लंघन और महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाओं को लेकर भाजपा और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
जिया चौधरी ने कहा कि चुनाव के दिन कुछ लोग पिस्टल लहराकर और डर का माहौल बनाकर मतदान को प्रभावित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये लोग न केवल लोकतंत्र की हत्या कर रहे थे, बल्कि महिलाओं के साथ बदसलूकी भी कर रहे थे। “महिलाओं का अपमान किया गया और उन्हें डराने-धमकाने के लिए पिस्टल का इस्तेमाल किया गया।
जिया चौधरी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इन घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि “महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए भाजपा के किसी बड़े नेता ने अब तक कोई बयान क्यों नहीं दिया ?”उन्होंने कहा, “अगर ये घटनाएं किसी भाजपा नेता के परिवार के साथ होतीं, तो अब तक प्रतिक्रिया आ चुकी होती। लेकिन क्योंकि हम मुसलमान हैं, इसलिए हमारी बात अनसुनी की जा रही है।”
मेरठ में पुलिस बनकर पूर्व पार्षद को ठगा, सोने की चेन, लाकेट और हीरे की अंगूठी लूटी
चौधरी ने प्रशासन द्वारा दिखावे के लिए कुछ लोगों को सस्पेंड करने की कार्रवाई पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “सिर्फ दिखाने के लिए दो लोगों को सस्पेंड करना पर्याप्त नहीं है। जो असली दोषी हैं, वे अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।” उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन हुई घटनाओं के वीडियो और फोटो पहले ही प्रशासन को भेजे जा चुके हैं।
जिया चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री संविधान की किताब को चूम रहे हैं, लेकिन संविधान की मर्यादा की रक्षा नहीं हो रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की मर्यादा को खत्म कर रही है।
मीरापुर उपचुनाव: जीवनपुरी में सबसे ज्यादा और किशनपुर के बूथ पर पड़े सबसे कम वोट
जिया चौधरी ने कहा कि सपा महिलाओं के सम्मान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो सपा कार्यकर्ता इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।
मिथलेश पाल का फोटो छपी पर्ची बांट रहे थे बीएलओ, सपा ने की कई बूथों पर पुनर्मतदान की मांग
उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन पुलिस और प्रशासन ने मुसलमान मतदाताओं के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया, लाठीचार्ज किया, पिस्टल तानकर डराने की कोशिश की और महिलाओं के साथ बदसलूकी की। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को लोकतंत्र की हत्या करार दिया और चुनाव आयोग से इन घटनाओं की रिपोर्ट मांगी है।
जिया चौधरी ने कहा कि 52 बूथों पर पुलिस और प्रशासन द्वारा मतदाताओं को डराने और धमकाने के मामले सामने आए। पुलिस ने लाठीचार्ज और बैरिकेडिंग के जरिए मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदाताओं को मतदान से रोका। कई जगहों पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने एक साजिश के तहत मुसलमानों को वोट डालने से रोका।“ऐसा लगा जैसे यह चुनाव भारत में नहीं, बल्कि किसी युद्धग्रस्त क्षेत्र में हो रहा है।
जिया चौधरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान के दौरान हुई गड़बड़ियों की जांच और 52 बूथों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर मुसलमानों को वोट का अधिकार नहीं दिया जाना है, तो उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटिंग को बाधित करने की सुनियोजित साजिश थी।
जिया चौधरी ने प्रशासन पर राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरा तंत्र लगाने का आरोप लगाया। “यह चुनाव निष्पक्ष नहीं था। मुसलमान मतदाताओं को मतदान से दूर रखने के लिए प्रशासन ने पूरी कोशिश की ।
उन्होंने चुनाव के दिन महिलाओं और बच्चों के साथ हुई बदसलूकी पर गहरी नाराजगी जताई। “चुनाव के दिन महिलाओं का अपमान किया गया, उनके साथ मारपीट की गई, और पुलिस ने उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई,” उन्होंने कहा। उन्होंने इसे आजादी के बाद पहला ऐसा चुनाव करार दिया, जिसमें मुस्लिम समुदाय को इस तरह से निशाना बनाया गया।
जिया चौधरी ने बताया कि उन्होंने इस मामले को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचा दिया है। पार्टी ने चुनाव आयोग से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और जो लोग खुलेआम पिस्टल लेकर घूम रहे थे, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। मीरापुर और मुस्लिम बहुल इलाकों में हुई गड़बड़ियों की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। मतदान में बाधा डालने वाले पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार के दोषियों को सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र को बचाने के लिए सपा पूरी ताकत से लड़ेगी।”
जिया चौधरी ने कहा कि भाजपा और प्रशासन ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी। “क्या मुसलमान होने की वजह से हमारी आवाज दबाई जा रही है?”उन्होंने कहा कि संविधान की मर्यादा की रक्षा करना सभी का कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान सरकार इसमें असफल रही है।