इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी आगे कदम बढ़ा रहा है। इसी क्रम में आज (रविवार को) इंदौर में ‘नो कार डे’ रहेगा। यानी शहर की सड़कों पर आज कारें दिखाई नहीं देंगी। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से कार छोड़कर परिवहन के अन्य साधनों का इस्तेमाल करने की अपील की है।
दरअसल, पिछले साल इंदौर में 22 सितंबर को ही नो-कार डे मनाया गया था। उस दौरान शहर में कुल कारों की तुलना में 12 फीसदी कारें सड़कों पर कम निकली थीं। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि पिछले साल ‘नो कार डे’ पर 12 फीसदी कारें कम चलने से करीब 80 हजार लीटर ईंधन की बचत हुई। सल्फर मोनो ऑक्साइड का उत्सर्जन 5.5 फीसद कम हुआ और कुल मिलाकर 18 प्रतिशत वायु प्रदूषण घटा। उन्होंने नागरिकों से पिछले वर्ष की सफलता को ध्यान में रखते हुए ‘नो कार डे’ पर साइकिल, ई-रिक्शा और सार्वजनिक परिवहन के अन्य साधनों का इस्तेमाल करने की अपील की है।
गौरतलब है कि शहर में रोजाना करीब 4 लाख 15 हजार 794 कारें और 3 हजार 992 टैक्सी चलती है। क्लीन एयर कैटलिस्ट की रिसर्च का दावा है कि इंदौर की वायु गुणवत्ता बिगाड़ने में वाहनों के प्रदूषण और सड़क पर उड़ने वाली धूल की सर्वाधिक 70 फीसद हिस्सेदारी है। क्लीन एयर कैटलिस्ट के वरिष्ठ वायु गुणवत्ता वैज्ञानिक डॉ. प्रकाश दुरईस्वामी ने कहा कि हम देख रहे हैं कि वाहनों का धुआं शहर की वायु गुणवत्ता को बिगाड़ रहा है। नो कार डे जैसी पहल में भाग लेने से हमें परिवहन के वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल और शहर का वायु प्रदूषण घटाने का मौका मिलेगा।