मोरना। लगातार हो रही बारिश के दौरान जटवाड़ा गांव में आधी रात को कच्चे मकान की छत गिर गयी, जिसके नीचे सो रहा मजदूर दबकर घायल हो गया। काफी मशक्कत के बाद घायल को मलबे से बाहर निकाला गया। घायल को जानसठ अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। आठ बच्चों के पिता की मौत से परिवार में मातम छा गया है। ग्रामीणों ने मजदूर परिवार के लिये सहायता की मांग प्रशासन से की है।
ककरौली थाना क्षेत्र के गांव जटवाड़ा में ताहिर पुत्र खुर्शेद 39 वर्ष गुरुवार की रात अपने कच्चे मकान में सो रहा था। पत्नी फुरकाना रसोई में सो रही थी व बच्चे चाचा के मकान में सो रहे थे। तेज़ बारिश के दौरान आधी रात 2 बजे के बाद अचानक तेज आवाज के साथ मकान की छत गिर गयी, जिसके नीचे ताहिर भी दब गया। मकान गिर जाने व पत्नी के पुकारने की आवाज सुनकर ग्रामीण फुरकान, दिलदार, हनीफ, अहमद, कय्यूम, शब्बू, जव्वार, नईम, नदीम, पप्पू, अकरम उमर आदि पहुंच गये तथा कड़ी मशक्कत के बाद मिट्टी के मलबे को हटाकर घायल ताहिर को बाहर निकाला।
ताहिर को तहसील मुख्यालय कस्बा जानसठ स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक नोवेन्द्र सिंह सिरोही ने घटना की जानकारी की, जहां पीडि़त परिवार ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। ताहिर की अचानक मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। मृतक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। मृतक अपने पीछे पत्नी फुरकाना व पुत्र तैयब 2० वर्ष साहिल, कैफ, जुनैद, उवैस व पुत्री अलतशा, आतिफ़ा सहित डेढ़ वर्षीय पुत्र उजेफ को छोड़ गया है।
ग्राम प्रधान नवाब अली, सुलेमान व ग्रामीणों ने मृतक मजदूर परिवार के लिये आर्थिक सहायता की मांग प्रशासन से की है। जुमे की नमाज के उपरांत मृतक को सुपुर्द ए खाक किया गया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार अजय कुमार ने बताया कि एक लाख बीस हजार रुपये आवास के लिये व शव का पोस्टमार्टम कराने के उपरांत चार लाख के मुआवज़े का प्रावधान है, किंतु परिजनों द्वारा शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है।