खतौली- सत्ताधारी पार्टी से जुड़े कुछ व्यापारियों की आपसी टशन के चलते अशोका मार्किट स्थित एक गली का निर्माण कार्य अधर में लटकने से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर पालिका परिषद द्वारा नोटिस देने के अलावा कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार के बुलडोजर चलवाने की चेतावनी देने का भी कोई असर सड़क निर्माण में बाधा बने व्यापारियों पर नहीं हो रहा है। नागरिकों ने दीपावली से पूर्व सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से की है।
कस्बे के मोहल्ला शिवपुरी और दुर्गापुरी को जी टी रोड़ से जोडऩे वाली अशोका मार्किट स्थित एक सड़क का निर्माण राहगीरों के गले की फांस बन गया है। मौहल्ले वासियों का कहना है कि पार्टी जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी और पूर्व विधायक विक्रम सैनी की टशन के चलते गली का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
वार्ड सभासद विकास कौशिक द्वारा बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास कराने के चलते पालिका परिषद ने अशोका मार्किट स्थित एक जर्जर सड़क का निर्माण कराए जाने हेतु पुरानी सड़क को उखाड़ दिया है। सड़क से पहले दोनों ओर की नाली का नए सिरे से निर्माण कराए जाने के चलते ठेकेदार द्वारा व्यापारियों की दुकानों के आगे स्थित स्लैब व पैड़ी तोडऩे को लेकर विवाद हो गया है।
कुछ दुकानदारों ने अपने स्लैब तोड लिए हैं, जबकि कुछ दुकानदार अपने स्लैब बिना तुड़वाए ही सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते अपने स्लैब तोडऩे वाले दुकानदारों ने सबके स्लैब तोड़कर पहले नाली फिर सड़क का निर्माण होने की जि़द पकड़ ली है। चर्चा है कि अपनी दुकानों के आगे के स्लैब तोडऩे और ना तुड़वाने वाले सभी दुकानदार सत्ताधारी बीजेपी से जुड़े हुए हैं। जिनमें आपसी खेमाबंदी के चलते गली का निर्माण अधर में लटक गया है।
बताया जाता है कि पूर्व विधायक विक्रम सैनी और जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी की आपसी खटपट का एंगल भी इसमें जुड़ गया है। दरअसल गली का निर्माण कराने वाले वार्ड सभासद विकास कौशिक वहीं है, जिनके बारे में चर्चा है कि मेला छडियान के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन का संयोजक सभासद होते हुए भी उन्होंने जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी को समुचित सम्मान नहीं दिया था और इसी के चलते इन्हें भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा था।
इसके अलावा इस कहानी में एक करैक्टर ऐसा भी है , जो कि जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी खेमे से जुड़ा है तथा जिस पर आरोप है कि इसने फेसबुक पर फेक अकाउंट बनाकर पूर्व विधायक विक्रम सैनी को बदनाम करने का प्रयास किया था, जिसके बारे में चर्चा है कि इसके द्वारा स्लैब ना तोडऩे वाले दुकानदारों का पक्ष लिया जा रहा है।
दुकानदारों का कहना है कि अपनी दुकानों के आगे से स्लैब ना तुड़वाने वाले दुकानदार सभासद विकास कौशिक से नाराज़ चलने वाले नेता जी के शरणम् गच्छामि हो गए हैं और इन्हीं नेताजी द्वारा निर्देश देने के चलते ठेकेदार की हिम्मत स्लैब तुड़वाकर निर्माण कार्य को गति देने की नहीं हो रही है।
बताया जाता है कि तीन बार निरीक्षण करने के बाद भी कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार छोटी सी गली के निर्माण कराए जाने की पहेली को सुलझा नहीं पा रहे हैं। बीते दिनों पालिका परिषद ने स्लैब न तोडऩे की जि़द पर अड़े दुकानदारों को नोटिस थमाकर अपना अतिक्रमण एक सप्ताह में स्वयं हटाने की चेतावनी दी थी। सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने के चलते नोटिस का कोई असर इन दुकानदारों पर नहीं पड़ा है।
बीते शुक्रवार को कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार ने एक बार फिर अशोका मार्किट आकर मौका मुआयना करने के बाद समस्या का हल करने के वास्ते दोनों पक्षों को बीते सोमवार को वार्ता करने हेतु पालिका कार्यालय आमंत्रित किया था।
बुढ़ाना में उपजे तनाव के चलते व्यस्त रहने के कारण कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार सोमवार को पालिका कार्यालय नहीं पहुंच पाए हैं, जिसके चलते मामला ज्यों का त्यों ही रह गया है। परेशान नागरिकों ने दीपावली से पहले सड़क का निर्माण कराए जाने की मांग जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से की है।
इस दौरान दोनों पक्षों की खिचखिच से अजिज़ आए कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी एसडीएम बुढ़ाना ने कहा कि दीपावली से पहले गली का निर्माण हर हाल में होना है। यदि अपना अतिक्रमण एक दो दिनों में दुकानदारों ने ना हटाया तो, बुलडोजर चलवाकर अतिक्रमण हटवा दिया जायेगा।
अब देखने वाली बात यह होगी कि सत्ता का संरक्षण प्राप्त दुकानदारों में इस चेतावनी का क्या असर होने वाला है। उल्लेखनीय है कि गली का निर्माण अधर में लटकने से राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।