नयी दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की सऊदी अरब की यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक एवं व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में सार्थक पहल के साथ सम्पन्न हुई।
इस यात्रा के दौरान श्री गोयल सऊदी अरब के ऊर्जा, उद्योग एवं खनिज संसाधन विभाग के मंत्रियों से मिले। मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार श्री गोयल ने इस यात्रा के दौरान वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के निवेशक सम्मेलन फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) के आठवें संस्करण के पूर्ण सत्र में कई देशों के प्रतिनिधियों और वैश्वक कंपनियों के बड़े अधिकारियों के साथ बैठकें कीं।
मंत्रालय ने कहा है,“ श्री गोयल की यह यात्रा भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह यात्रा आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने तथा सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इस बातचीत के नतीजों से निवेश और व्यापार के लिए नए रास्ते खुलने, दोनों देशों में आर्थिक विकास और नवाचार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।”
मंत्रालय ने कहा है कि वाणिज्य मंत्री ने एफआईआई सम्मेलन में चर्चाओं के दौरान वैश्विक सहयोग, नवाचार, तकनीकी उन्नति और निवेश को बढ़ावा देने में अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और आर्थिक कूटनीति की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने दुनियाभर के निवेशकों से भारत में खासकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अक्षय ऊर्जा, डिजिटल बुनियादी ढांचे और उन्नत विनिर्माण जैसे उच्च विकास वाले क्षेत्रों में उभरते अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।
श्री गोयल ने बुधवार को रियाद में सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलअज़ीज़ बिन सलमान अल-सऊद के साथ भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद (एसपीसी) के तहत अर्थव्यवस्था और निवेश समिति की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता भी की। इस परिषद की स्थापना अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा के दौरान की गई थी।
इस समिति ने चार संयुक्त कार्य समूहों कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी और उद्योग एवं बुनियादी ढांचा की हासिल की गई प्रगति की समीक्षा की। विज्ञप्ति के अनुसार समिति ने इस बैठक में इन विकासों की समीक्षा की और साझा हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
श्री गोयल ने वहां उद्योग एवं खनिज संसाधन मंत्री और निवेश मंत्री के साथ सार्थक मंत्रिस्तरीय बैठकें कीं। इस बातचीत में कार्रवाई योग्य कई समझौते हुए जिनका उद्देश्य व्यापार को बढ़ाना और दोनों देशों के बीच निवेश के सुचारू प्रवाह को सुविधाजनक बनाना है। इन समझौतों में ऊर्जा परिवर्तन, डिजिटल परिवर्तन और आर्थिक विकास में तेजी लाने के लिए विशेषज्ञता के आदान-प्रदान में सहयोग पर जोर गया है।
हाल के वर्षों में दोनों देशों ने खाद्य निर्यात, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रिकल इंटरकनेक्टिविटी, ऊर्जा, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, डिजिटलीकरण और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण जैसे क्षेत्र में सहयोग के कई समझौते किए हैं । दोनों पक्ष फिनटेक, नयी प्रौद्योगिकियों, ऊर्जा दक्षता, स्वच्छ हाइड्रोजन, कपड़ा, खनन आदि जैसे उभरते क्षेत्रों में भी सहयोग तलाश रहे हैं।
श्री गोयल ने भारत के आर्थिक परिदृश्य और विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर चर्चा करने के लिए श्नाइडर इलेक्ट्रिक के सीईओ पीटर हर्वेक और जनरल अटलांटिक के अध्यक्ष और सीईओ विलियम ई. फोर्ड से भी मुलाकात की। वह इस यात्रा के दौरान सऊदी अरब में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) चैप्टर के साथ बातचीत की और भारत के विस्तारित वैश्विक व्यापार नेटवर्क के समर्थन में चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका पर जोर दिया।
केन्द्रीय मंत्री ने भारत-सऊदी सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाते हुए लुलु सुपर बाजार में एलईडी से बने बड़े दीये जलाकर लुलु वाली दिवाली महोत्सव का शुभारंभ किया।
लुलु वाली दिवाली के शुभारंभ के बाद एक विशाल उत्पाद दीवार का अनावरण किया गया जिसमें 10,000 से अधिक भारतीय उत्पाद शामिल थे।
उन्होंने रियाद स्थित भारतीय दूतावास में, एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) दीवार का अनावरण किया।