हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को घोषणा की है कि अब राज्य के सभी 26 सरकारी अस्पतालों और 15 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मोतियाबिंद की सर्जरी मुफ्त की जाएगी। इसके अलावा सैनी ने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में टेलीमेडिसिन सेवाओं की सफलता के मद्देनजर पीजीआईएमएस अस्पताल, रोहतक में भी विशेषज्ञों द्वारा टेली-परामर्श सेवाएं शुरू करने की घोषणा की।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस सेवा से राज्य के निवासियों को बिना किसी शुल्क के चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा। हरियाणा में प्रतिदिन प्राप्त होने वाली ‘कॉल’ की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है तथा इनकी औसत संख्या रोजाना 1,700 तक पहुंच गई हैं।
मुख्यमंत्री ने यहां स्वास्थ्य, आयुष तथा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभागों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। सैनी ने इस बात पर जोर दिया कि उनका प्राथमिक लक्ष्य राज्य भर के सभी नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ कराना है। बैठक में हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव भी उपस्थित थीं।
इस बीच, आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज के लिए मरीज से कथित तौर पर नकद राशि लेने को लेकर कुरुक्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम के खिलाफ मिली शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अस्पताल को योजना के तहत सूची से निलंबित करने के आदेश दिये।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदान किए गए उपचार के लिए अस्पतालों को समय पर भुगतान के लिए एक ‘रिवॉल्विंग फंड’ स्थापित करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने राज्य भर में आयुष पद्धतियों को बढ़ावा देने और प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर भी बल दिया।