मीरांपुर। पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या के मामले का सफलतापूर्वक अनावरण करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी बबलू सिंह वर्मा के नेतृत्व में, थाना मीरापुर पुलिस टीम ने हत्या के मामले को सुलझाते हुए अभियुक्तों को उपाध्याय कैंटीन कस्बा और मोन्टी तिराहे से गिरफ्तार किया।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त एक बोरा भी बरामद हुआ। गौरतलब है कि 3 नवंबर को सिखरेड़ा नहर पुल के पास एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान बहादुर, निवासी नेपाल, के रूप में की गई, जो मजदूरी का काम करता था।
5 नवंबर को बहादुर के हत्या के संबंध में मगन सिंह, निवासी ग्राम शिवपुरी ने थाना मीरापुर में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच में तेजी लाई और उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्तों से की गई पूछताछ के दौरान मुख्य अभियुक्त हरपाल ने बताया कि मृतक बहादुर से उसकी जान-पहचान पिछले 10-12 वर्षों से थी।
बहादुर अक्सर काम की तलाश में हरपाल के घर भी आता-जाता रहता था। करीब 25 दिन पहले, तबियत खराब होने के कारण बहादुर हरपाल के घर आकर रहने लगा। एक नवंबर की रात को, हरपाल की नाबालिग पौत्री की चीख सुनकर उसकी नींद खुली, और उसने देखा कि बहादुर उसकी पौत्री को अकेले कमरे में पकड़े हुए था। इस घटना से गुस्साए हरपाल ने अपने साले और बेटे को बुलाया, और सभी ने मिलकर बहादुर की पिटाई की।
पिटाई के दौरान बहादुर का सिर दीवार से टकरा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को ठिकाने लगाने के लिए हरपाल ने पड़ोसी निक्की की मदद ली। निक्की ने अपनी ई रिक्शा में शव को बोरे में भरकर नहर पुल तक पहुंचाया और शव को पुल से नीचे फेंक दिया। घटना के बाद सभी अभियुक्त छिपने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में हरपाल पुत्र ओमी, अजय पुत्र हरपाल, निक्की पुत्र मंगल निवासीगण मौहल्ला सराय दरवाजा, थाना मीरापुर, जिला मुजफ्फरनगर और राजेंद्र पुत्र कर्मसिंह निवासी ग्राम पलडी थाना शाहपुर, जिला मुजफ्फरनगर शामिल हैं। इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है, और पुलिस इस जघन्य हत्याकांड से संबंधित सभी तथ्यों को खंगाल रही है।