लखनऊ। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर 2016 में नोटबंदी के दौरान जन्मे खजांची यादव का सातवां जन्मदिन मनाया। अखिलेश यादव ने खजांची को अपने हाथों से लड्डू खिलाया और उसे एक साइकिल उपहार स्वरूप भेंट की। खजांची ने इस मौके पर अखिलेश यादव को एक कविता सुनाई, जो उन्होंने बड़े उत्साह के साथ सुनी। यह खास नाम “खजांची” अखिलेश यादव ने ही रखा था, जब वह बच्चा नोटबंदी के कठिन समय में बैंक की लाइन में जन्मा था।
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अखिलेश ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि “सरकार को अब बारूद बिछाना छोड़ देना चाहिए।” उन्होंने एनकाउंटर की बढ़ती घटनाओं पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि “जो लोग एनकाउंटर में शामिल हैं, उनका काउंटडाउन शुरू हो गया है।”
अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से गरीबों और वंचितों के साथ खड़ी रही है। उन्होंने नोटबंदी की यादें ताजा करते हुए कहा कि यह एक ऐसा समय था जब लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि खजांची का जन्म उस समय हुआ था, जब उसकी मां नोटबंदी के कारण बैंक की लाइन में खड़ी थी, और इसलिए वे इस दिन को मनाते हैं ताकि लोगों को याद रहे कि नोटबंदी ने किस तरह लोगों की जिंदगी पर असर डाला। समाजवादी पार्टी के इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।