भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक मिशनरी स्कूल के औचक निरीक्षण के दौरान प्रिंसिपल के कमरे में शराब और कंडोम पाए जाने के बाद उसके दफ्तर को सील कर दिया गया। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शनिवार को स्कूल का निरीक्षण किया। एससीपीसीआर टीम को बेड पर शराब और कंडोम के अलावा अंडे की ट्रे, एक गैस सिलेंडर और शराब की बोतलें सहित अन्य आपत्तिजनक सामान भी मिले।
एससीपीसीआर निरीक्षण दल की सदस्य निवेदिता शर्मा ने कहा कि उन्होंने मामले को जिला कलक्टर के संज्ञान में लाया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस से विस्तृत जांच की मांग की गई है।
शर्मा ने बताया कि जब हम रूटीन इंस्पेक्शन (नियमित निरीक्षण) के लिए वहां पहुंचे तो यह जानकर हैरान रह गए कि स्कूल के दोनों कोने अंदर से कैसे जुड़े हुए हैं, वह एक कमरा था और वहां शराब की बोतलें और कंडोम थे। यह एक पूर्ण आवासीय सेटअप की तरह था। ये सिर्फ एक शख्स का नहीं है बल्कि और भी लोग बिल्डिंग से बाहर निकल आए, जो वहां रह रहे थे। इसे आवास के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।
उन्होंने आगे कहा कि उस कमरे में कम से कम 15 बेड पड़े थे और सीसीटीवी कैमरा नहीं था। सवाल यह उठता है कि जब बिल्डिंग की दूसरी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो उस खास सेक्शन को क्यों छोड़ दिया गया। प्राचार्य ने कहा कि वह वहां नहीं रह रहे हैं, तो कौन रह रहा है और वहां 15 बेड क्यों मौजूद हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उस कमरे का सीधा प्रवेश छात्राओं की कक्षाओं से क्यों है।
शर्मा ने कहा कि स्कूल परिसर में शराब की अनुमति बिल्कुल नहीं है। यह कानून का उल्लंघन है। इस मामले में आबकारी विभाग भी कार्रवाई कर रहा है क्योंकि यह भी अवैध है कि कोई भी इतनी मात्रा में शराब नहीं रख सकता है। कंडोम समेत कुछ अन्य आपत्तिजनक सामान भी मिला है।