नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि यह एक संवेदनशील स्थिति है, जिसे सावधानी से हैंडल करने की जरूरत है। हर किसी को इसके बारे में सावधानी से सोचना चाहिए, लेकिन मुद्दे से बचने की बजाय हमें इसकी जड़ तक जाना चाहिए।
अभिनय से राजनीति में आए तृणमूल सांसद ने कहा, “जिन परिवारों ने अपनों को खोया है हमारी सहानुभूति उनके साथ है। हम चाहते हैं कि संभल जैसी घटना देश में कहीं भी न हो क्योंकि इसके पीछे बहुत दर्द छुपा है। मैं समझता हूं कि पोस्टर लगाने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। मेरी अपनी राय है कि इस मामले में मिल बैठकर काम करना चाहिए। जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। जाति और धर्म के आधार पर विभाजन हिन्दुस्तान बर्दाश्त नहीं करेगा।” बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि एक खास वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री इस पर बैठक कर रहे हैं और यह अच्छी बात है। विदेश नीति के तहत हमें देखना होगा कि हम पड़ोसी देश के साथ कैसे व्यवहार रख रहे हैं। अगर अच्छी दोस्ती नहीं है तो क्यों नहीं है। क्या कारण है, उसका निवारण होना चाहिए। बांग्लादेश में जो अभी स्थिति है उसे लेकर बहुत ही दुख है। सरकार जो भी सार्थक कदम लेगी हम उनके साथ हैं। केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल को उसके हक का पैसा नहीं देने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोप पर सांसद ने कहा है कि ये आरोप नहीं है। ममता बनर्जी देश की सबसे लोकप्रिय नेता हैं। यह उनका आरोप नहीं है, बल्कि दर्द है। उन्होंने सभी तृणमूल सांसदों को निर्देश दिया है कि इस मुद्दे पर आवाज उठानी है।