कोलकाता। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ गुरुवार को कोलकाता में अल्बर्ट रोड स्थित इस्कॉन मंदिर में कीर्तन का आयोजन कर विरोध जताया गया। कोलकाता में इस्कॉन के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राधारमण दास ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बात की है और पूछा है कि बांग्लादेश के भक्त कैसे हैं। हमें जानकारी मिली है कि बांग्लादेश के विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कुछ बातचीत होने जा रही है। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि भारत सरकार स्थिति पर नजर बनाए रखेगी। बांग्लादेश के हिंदुओं को जल्द से जल्द सुरक्षा प्रदान हो, इसे लेकर कुछ निर्णय होगा।
“एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर, बाबा रामदेव, देवकीनंदन ठाकुर समेत कई धर्म गुरुओं ने आवाज उठाई है। हम उनको धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कई प्रबुद्ध लोग भी पिटिशन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेज रहे हैं कि इस्कॉन के मंदिर सुरक्षित रहें। भारत के बहुत लोग आवाज उठा रहे हैं। हम लोग संगठित होकर बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के लिए आवाज उठा रहे हैं। जब हम लोगों को उनके कष्ट में भूल जाते हैं तो वह सबसे ज्यादा पीड़ा दायक होता है। अब बांग्लादेश के लोगों को महसूस हो रहा है कि उन्हें भूला नहीं गया है। हम उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
हमारे भक्त हर रोज उनके लिए प्रार्थना करते हैं। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव में पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने हिरासत में लिया था। वह शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते रहे थे। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दास को कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के सामने मंगलवार को पेश किया गया। उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें जेल भेज दिया गया।