जम्मू। जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षाबलों की सहायता के लिए जम्मू में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की तैनाती की गई है।
एडीजीपी ने कहा कि आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र और नेटवर्क को खत्म करने के लिए जम्मू क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें विशेष बलों से सहायता मिल रही है। खतरे की आशंका के मद्देनजर जम्मू में एनएसजी की तैनाती के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जैन ने कहा कि हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। एडीजीपी ने कहा कि क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के बाद देश के प्रमुख आतंकवाद निरोधी बल एनएसजी की एक विशेष इकाई को जम्मू में तैनात किया गया है। गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देश पर शहर में आतंकवाद निरोधी इकाई को तैनात किया गया है।
एडीजीपी ने कहा कि आतंकी तंत्र और नेटवर्क पर नकेल कसने और उनकी मौजूदगी को खत्म करने के लिए जम्मू क्षेत्र के सभी जिलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मामले दर्ज होने के बाद ओवरग्राउंड वर्करों के समर्थन आधार के खिलाफ जम्मू संभाग के सभी जिलों में तलाशी अभियान चलाया है। बड़ी संख्या में लोगों से पूछताछ की गई है और आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ तलाशी जारी रहेगी।
एडीजीपी ने आगे कहा कि आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने विभिन्न जिलों में 50 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली है। आतंकवादी गुर्गों और उनके ढांचे पर नकेल कसना प्राथमिकता बनी हुई है। पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर से सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहने की बात कहते हुए आनंद जैन ने कहा कि हमने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर से सक्रिय सात लोगों की संपत्ति जब्त की है। अन्य के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादी हमलों से संबंधित मामलों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। फिरदौस को भद्रवाह से गिरफ्तार किया गया और आगे भी गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।