नई दिल्ली। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और दिल्ली सरकार पर जुबानी हमला बोला। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश में हाल में हुई संभल हिंसा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार देश के विपक्षी नेताओं को संभल जाने से रोक रही है, क्योंकि उन्हें डर है कि सच सामने आ जाएगा और उनकी कानून-व्यवस्था की छवि को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में यह परंपरा रही है कि जब कहीं हिंसक घटना होती है, तो नेता वहां जाकर लोगों के बीच रहते हैं, सच्चाई जानने की कोशिश करते हैं। लेकिन, उत्तर प्रदेश सरकार सच को सामने आने से रोकना चाहती है।
उत्तर प्रदेश में संभल जैसी घटनाओं के बाद हिंसा हुई। इस घटना से वहां की पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। सरकार इस बात से घबराई हुई है कि अगर सच्चाई सामने आई, तो योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था की जो छवि बनाई गई है, वह पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी। दीक्षित ने दिल्ली और पंजाब में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी अपनी आलोचना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने जो सीसीटीवी लगाने का वादा किया था, वह एक ढकोसला साबित हुआ है।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई भी अपराध दिल्ली में ऐसा हुआ है जो सीसीटीवी में कैद हो गया हो? क्या दिल्ली के हर कोने में सीसीटीवी लगाने का वादा सिर्फ एक दिखावा था? उन्होंने मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का जिक्र करते हुए पंजाब में भी बिगड़ी कानून-व्यवस्था की ओर ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने कहा कि पंजाब में ड्रग्स की समस्या लगातार बढ़ रही है। पहले हिमाचल से और अन्य राज्यों से जो ड्रग्स आता था, वह अब तीन-चार गुना महंगा हो गया है। पंजाब पुलिस इसे नियंत्रित करने में असफल रही है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनकी सरकार पंजाब की समस्याओं पर ध्यान नहीं देतीं। पंजाब में बढ़ते अपराध और ड्रग्स की समस्या को अरविंद केजरीवाल नजरअंदाज करते हैं।