Thursday, January 16, 2025

विज्ञान एवं तकनीक से प्रथम पायदान पर पहुंच सकता है भारत : आनंद कुमार सिंह

कानपुर। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रविवार को दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ हुआ। वैज्ञानिकों ने शोधों को लेकर अपने अनुभवों को साझा किये। इसके साथ ही कुलपति आनंद कुमार सिंह ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक से भारत को प्रथम पायदान पर पहुंचाया जा सकता है।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कैलाश भवन सभागार में रविवार को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में दो दिवसीय 12वीं अन्तरराष्ट्रीय विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम में सदस्य लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश डॉक्टर एके वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में वैश्विक शोध को साझा करते हुए बताया कि शोध में ऐसा नवाचार होना चाहिए जिससे कि वैश्विक समाज को विज्ञान की महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त हो सके। मुख्य अतिथि ने कहा कि जैव विविधता को संरक्षित करते हुए वैज्ञानिक वैश्विक परिदृश्य में अच्छा शोध करें तो निश्चित तौर पर समाज का कल्याण होगा। इस अवसर पर सेवीनियर कवर का विमोचन किया गया।

कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में फसलों की उत्पादकता के साथ-साथ भंडारण की आवश्यकता पर विशेष बल दिया और कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी को अपनाकर भारत को प्रथम पायदान पर खड़ा किया जा सकता है। इस अवसर पर कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुशीला डी श्रेष्ठा त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू नेपाल एवं विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ पी के सिंह, कॉन्फ्रेंस कोऑर्डिनेटर डॉक्टर दीपक शर्मा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर मुनीश कुमार ने भी संगोष्ठी के प्रमुख विषयों पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर तकनीकी सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति ने “ग्लोबल रिसर्च फॉर बेटर टुमारो” विषय पर अपना की नोट व्याख्यान प्रस्तुत किया। साथ ही छत्रपति साहू जी विश्वविद्यालय कानपुर के डॉक्टर निशा शर्मा ने मेडिसिनल प्लांट पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। इन दो दिनों तक पांच सत्रों में विभिन्न विषयों पर वैज्ञानिक मंथन करते हुए आवश्यक रूप से आने वाली चुनौतियों का समाधान पर चर्चा करेंगे। इस अवसर पर डॉक्टर अशोक कुमार जायसवाल एवं डॉक्टर गोकुल बोरसे को अंतरराष्ट्रीय बेस्ट रिसर्च अवॉर्ड एवं अन्तरराष्ट्रीय बेस्ट टीचर अवार्ड (डॉ विमुक्त शर्मा अवार्ड) से सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर आयोजन समिति के सचिव सदस्य एवं विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठाता, निदेशक, प्रोफेसर एवं देश-विदेश से आए वैज्ञानिक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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