मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को लातूर में किसानों को वक्फ बोर्ड से मिले नोटिस, ईवीएम और हिंदुत्व को लेकर अपनी बात रखी। शिवसेना यूबीटी के विधानमंडल दल के नेता आदित्य ठाकरे ने वक्फ बोर्ड की तरफ से लातूर में किसानों को मिले नोटिस को लेकर कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। हिंदुत्व के बारे में उन्होंने कहा, “हमारा हिंदुत्व अलग है। हमारा हिंदुत्व हृदय में राम और हाथ को काम देने वाला है।
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हमारा हिंदुत्व सबको साथ लेकर चलने वाला है।” उन्होंने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर सवाल उठाए जाने पर कहा कि यह विषय चुनाव परिणामों पर संदेह पैदा कर रहा है। चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम करके जनता को नजरअंदाज कर रही है। उनका कहना था कि चुनाव आयोग को इस पर स्पष्ट जवाब देना चाहिए, न कि सिर्फ आलोचनाएं करनी चाहिए। शिवसेना यूबीटी और सहयोगी दलों ने एक दिन का विरोध किया था और अब वे विधायक बनकर अपने काम में लग गए हैं।
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हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। यह एक लंबा चलने वाला आंदोलन होगा। उन्होंने चुनाव आयोग से बैलट पेपर से मतदान की मांग की और कहा कि उनकी पार्टी को इसका अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव में कितने प्रतिशत वोटों की पुनरीक्षण प्रक्रिया हुई और यह सवाल उठाया कि क्या चुनाव आयोग का इतिहास में कभी इतना बड़ा पुनरीक्षण हुआ है।
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इसके बाद उन्होंने हंसी-ठिठोली करने की बात की। उन्होंने कहा अगर लोगों को मजाक करना है तो वे कपिल शर्मा शो पर जा सकते हैं, लेकिन चुनाव के मामले में गंभीरता दिखानी चाहिए। आदित्य ठाकरे ने महा विकास अघाड़ी और समाजवादी पार्टी के बीच टकराव पर कहा कि ये चुनावी मुद्दे समय-समय पर सामने आते हैं। उन्होंने अपने हिन्दुत्व के दृष्टिकोण को स्पष्ट किया और कहा कि उनका हिंदुत्व केवल घर में चूल्हा जलाने वाला हिन्दुत्व है, जो काम करने में विश्वास रखता है और सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की बात करता है।