भोपाल। गैर-कृषि कार्यों से जुड़े सूक्ष्म और लघु उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की ओर से लाई गई योजना प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) रोजगार करने वाले लोगों के लिए उम्मीद का साधन बनकर उभरी है। इस योजना का उद्देश्य देश में व्यवसाय को बढ़ावा देना और छोटे कारोबारियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत सरकार छोटे व्यवसायियों को लोन लेने की सुविधा देती है, जिससे वे अपने व्यवसाय को विस्तार दे सकें और आर्थिक गतिविधियों में योगदान कर सकें। इस योजना के तहत कई छोटे कारोबारी अपने व्यवसाय को सशक्त बना रहे हैं। किराने की दुकान चलाने वाले जीस अली ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया, “इस योजना के तहत मुझे 2 लाख रुपये का लोन मिला है। इससे मेरे व्यापार में बढ़ोतरी हुई है। कभी भी मैंने यह नहीं सोचा था कि बैंक बिना किसी गारंटी के मुझे लोन दे देगा। इस योजना ने मेरे जैसे छोटे व्यापारियों के लिए एक नई उम्मीद और अवसर पैदा किया है। मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं। यह योजना हमारे लिए बहुत लाभकारी है। पीएम मोदी ने हमारे बारे में सोचा है, इसलिए हम यह लाभ ले पाए।
“इस योजना की लाभ लेने वाली महिला यास्मीन ने बताया, “मुझे इस योजना के तहत 2 लाख रुपए का ऋण मिला था। इससे मुझे बहुत मदद हुई। मेरे व्यापार में बढ़ोत्तरी हुई है। मेरा सारा काम बहुत अच्छा चल रहा है। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। सरकार ने बिना गारंटी के मुझे लोन दिया, इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करती हूं। मेरा बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा है। मैंने ऐसा सोचा नहीं था कि पीएम मोदी ऐसी योजना निकालेंगे, जिससे हम गरीबों का इतना फायदा हो जाएगा। इसके लिए हम पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं। पहले हमें कभी लोन नहीं मिला, इस बार हमें लोन मिला तो हमने इसका फायदा उठाकर अपना व्यवसाय बढ़ा लिया है। इस योजना से बैंक ने हमें बड़ी जल्दी लोन दे दिया। हम बहुत खुश हैं।” एक अन्य लाभार्थी विजय यादव ने भी इस योजना की तारीफ करते हुए इसे गरीबों के लिए लाभकारी बताया।
विजय ने कहा, “यह गरीबों के लिए बहुत अच्छी योजना है। व्यवसाय में किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तो तुरंत पैसे मिल जाते हैं। इससे हमारा रोजगार बढ़ता है। माल भरने में कोई दिक्कत नहीं होती है। इस योजना के तहत हमने पहले फार्म भरा, उसमें हमारा नाम आ गया। फिर हमने तीन किस्तों में 10, 20 और 50 हजार रुपए का लोन लिया। यह रोजगार के लिए बहुत अच्छी योजना है। मुझे इस योजना से बहुत लाभ मिला है। मैंने अपना सारा लोन चुका दिया है। सिर्फ 5,000 से 6,000 रुपए तक ही चुकाना बचा है। इससे मेरे व्यापार में कई गुणा की वृद्धि हो गई है।”