इंदौर। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा है कि दुनिया भर के सनातन लोगों की चिंता करना स्वाभाविक तौर पर भारत की नैतिक जवाबदारी होती है। बांग्लादेश के मामले में सरकार कूटनीतिक तौर पर सारे प्रयास कर रही है। इंदौर के होल्कर साइंस कॉलेज में आयोजित ‘भारतीय भाषा संगम’ कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने संवाददाताओं से बात करते हुए बांग्लादेश के हालात पर पूछे गए सवाल पर कहा कि भारत सरकार कूटनीतिक दृष्टि से सभी प्रयास कर रही है।
बांग्लादेश पहले भारत का ही हिस्सा था, इसीलिए भारत के लोगों का चिंता करना स्वाभाविक भी है। बांग्लादेश में जो लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं, वह गलत है, दुनिया के लोग इसे जान गए हैं। लेकिन, कूटनीति के माध्यम से बांग्लादेश पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। खेल और व्यापार के संबंध में जो निर्णय देश हित में होंगे, वह निर्णय लिए जाएंगे।
‘भारतीय भाषा संगम : भाषायी विरासत का उत्सव’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि भारतीय वेदों में वह सबकुछ लिखा है, जो हम आज वैज्ञानिक खोजों के रूप में देखते हैं। हमारे वेदों में जो भारतीय परंपरा समाहित है, वह विज्ञान पर आधारित है और हर परंपरा में वैज्ञानिक तथ्य उपलब्ध हैं। हमारे मनीषियों ने जो कार्य किए थे, उनका वर्णन वेदों और अन्य ग्रंथों में मिलता है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को हमारी भाषा पर गर्व होना चाहिए तथा सभी को भाषा के प्रति आदर और सम्मान भाव रखना चाहिए। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में विस्तार से अपनी बात कही।