नोएडा। बांदा जेल में बंद कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके गैंग के अन्य साथियों के खिलाफ थाना बिसरख में एक उपनिरीक्षक ने धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि रवि काना जनवरी माह वर्ष 2024 मे भारत से बैंकॉक भाग गया था। वह 27 अप्रैल 2024 को भारत आया। उसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
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इस दौरान मार्च और अप्रैल माह में उसके खिलाफ जनपद गौतमबुद्ध नगर न्यायालय में चल रहे एक मुकदमे में उसने कूट रचित फर्जी हस्ताक्षर युक्त हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र अपने गैंग के साथियों के साथ मिली भगत करके दिया।
इस मामले में उप निरीक्षक अजय कुमार ने थाना बिसरख में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि नागर उर्फ रवि काना उर्फ रविंद्र पुत्र यतेंद्र सिंह निवासी ग्राम दादूपुर के खिलाफ वर्ष 2018 में थाना बिसरख में रंगदारी मांगने, लूटपाट करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
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इस मामले में रवि काना और उसके साथियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दायर की जा चुकी है। मामला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गौतम बुद्ध नगर के अदालत में चल रहा है। इस मुकदमे में नामित रवि नागर के खिलाफ थाना सेक्टर-39 में गैंगरेप और थाना बीटा-दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। आरोपी इस मुकदमे में गिरफ्तारी से बचने के लिए 1 जनवरी वर्ष 2024 को नई दिल्ली इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल-3 से थाई एयरबेस की फ्लाइट से बैंकॉक चला गया, जो 27 अप्रैल 2024 को भारत वापस आया। उसके बाद नोएडा पुलिस ने उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
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इस दौरान पुलिस को जानकारी में आया कि भारत से बाहर विदेश में रहते हुए रवि काना द्वारा थाना बिसरख में दर्ज मुकदमे में हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र न्यायालय में पेश किया गया। उसने 7 मार्च वर्ष 2024, 11 मार्च 2024, 20 मार्च वर्ष 2024 व 18 अप्रैल वर्ष 2024 को हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र न्यायालय में दिया। न्यायालय में दिया गया प्रार्थना पर कूटरचित था। विदेश में रहते हुए रवि काना के फर्जी हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस मामले में रवि काना और उसके गैंग के साथियों की मिली भगत थी। उन्होंने बताया कि उप निरीक्षक की शिकायत पर इस मामले में अभियुक्त रवि नागर और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।