Monday, December 16, 2024

मुज़फ्फरनगर में एसडीएम सदर के खिलाफ किसानों में गुस्सा, 24 दिसंबर को कमिश्नरी पर होगा प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर। एक कंपनी द्वारा अपने प्लांट के लिए ली गई भूमि को अवैध कब्जा बताकर किये गये आंदोलन और इसके बाद कोर्ट केस होने के कारण बनी सहमति के खिलाफ जाकर किसानों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम सदर के खिलाफ सहारनपुर कमिश्नरी का घेराव कर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।

करीब छः महीने तक चले किसानों के धरना प्रदर्शन पर एसडीएम सदर द्वारा की गई पुलिसिया कार्रवाई पर किसानों के संगठन भाकियू तोमर में खासा रोष है। अब संगठन ने आगामी 24 दिसंबर को कमिश्नरी पर प्रदर्शन करने का मन बनाया है। उन्होंने इसकी घोषणा प्रेस वार्ता के दौरान की।

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रविवार को शहर के एक होटल में आहूत वार्ता को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन तोमर के  प्रदेश प्रभारी अजय त्यागी ने बताया कि 26 जून 2024 से किसानों ने अपनी मांगो को लेकर चंदन फार्म पर धरना प्रदर्शन किया था।  जिस धरने में किसानों ने मांग की थी कि डीएस कंपनी ग्राम समाज और किसानों की जमीन को जबरदस्ती कब्जा कर प्लांट लगाने का काम कर रही है। कंपनी ने यहां लगभग पौली हाऊस भी तैयार कर लिया है।

उन्होंने बताया कि लगभग चार महीने तक किसान धरना प्रदर्शन करते रहे तब जिला प्रशासन हरकत में आया था और तत्कालीन एसडीएम सदर परमानंद झा द्वारा उस जमीन की पैमाइश कर डीएस कम्पनी के अधिकारियों को आदेशित कर झंडी लगवाकर निशानदेही करवाई गई थी। उधर इस जमीन पर हाई कोर्ट का स्टे भी है। जब तक कोर्ट का कोई नया आदेश नहीं आता है, तब तक इस जमीन पर कोई काम नहीं करेगा। उसके बाद किसानों ने अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन लगातार जारी रखा।

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भाकियू तोमर के जिला अध्यक्ष निखिल चौधरी ने बताया कि हाई कोर्ट के स्टे होने के बाद भी सदर तहसील की एसडीएम निकिता शर्मा के आदेश पर पांच दिसंबर 2024 को शाम के समय कोतवाल पुरकाजी और सीओ सदर भारी फोर्स लेकर मौके पर पंहुचे और धरने पर बैठे निहत्थे किसानों को पुलिस द्वारा बल पूर्वक हटाया गया। एसडीएम के आदेश अनुसार किसानों को पुलिस की गाड़ी में जबरन भरके उन्हें जेल मे भरने का काम किया गया।

वार्ता में मौजूद निखिल चौधरी ने कहा कि जिस तरीके से एसडीएम ने अपना तानाशाह रवैया दिखाते हुए किसानों को जबरन धरने से उठाया और उनका चालान किया गया। यह लोकतंत्र की शर्मसार हत्या सरीखा था।

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अबकी बार चुनाव में किसान इसका जवाब देने के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं। संगठन के पुरकाजी ब्लॉक अध्यक्ष दिलशाद चौधरी ने कहा कि 164 दिन किसानों ने शांति पूर्वक ढंग से डीएस कंपनी पर धरना प्रदर्शन चलाया, लेकिन उसके बाद भी मुजफ्फरनगर के प्रशासन ने किसानों की कोई भी सुध नहीं ली और न ही किसी तरीके से उनकी समस्या का समाधान कराया। इसके चलते किसानों में भारी रोष है।

पश्चिमी यूपी के युवा प्रदेश प्रभारी मनीष गुर्जर ने कहा कि लगभग छह महीने धरना प्रदर्शन करने के बाद भी किसान अपनी मांगों को मनवाने में पूरी तरीके से नाकाम रहे हैं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अगर जनपद मुजफ्फरनगर का प्रशासन किसानों की मांग मानने को तैयार नहीं हुआ तो संगठन 24 दिसंबर को सहारनपुर कमिश्नर पर धरना प्रदर्शन करेगा और अगर उसके बाद भी किसान अपनी मांग न मनवा पाये तो आवश्यकता पड़ने पर भारतीय किसान यूनियन तोमर लखनऊ जाकर सरकार के सामने अपनी बात रखेगा।

 

मनीष गुर्जर ने कहा कि अब यह धरना प्रदर्शन किसानों का नहीं, बल्कि भारतीय किसान यूनियन तोमर का होगा और इस लड़ाई को अब भारतीय किसान यूनियन तोमर के बैनर तले लड़ा जाएगा। वार्ता के दौरान मनीष मास्टर, ब्लॉक अध्यक्ष दिलशाद, नीरज चौहान, पंकज पंवार, कुलदीप कुमार, नरेंद्र सिंह, योगेन्द्र सिंह, कल्लू,पूरण सिंह, बलजोर सिंह, राज कुमार, रूप चन्द, कवरपाल, कुलदीप, राधे कुमार आदि मौजूद रहे।

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