नई दिल्ली। साल 2024 में भारत के कई क्रिकेटरों ने संन्यास की घोषणा कर दी। लिस्ट में ताजा नाम दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का है जिन्होंने 18 दिसंबर को ब्रिस्बेन टेस्ट के नतीजे के बाद तीनों प्रारूप से अपने संन्यास की घोषणा कर दी। रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर में 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लिए।
उन्होंने 116 वनडे मैचों में 156 विकेट भी लिए और भारत के महानतम टेस्ट स्पिनर के तौर पर अपना करियर समाप्त किया। अश्विन ने टेस्ट और वनडे में क्रमशः 3,503 और 707 रन बनाकर एक अच्छे ऑलराउंडर की भूमिका भी निभाई। इस साल भारत के बाएं हाथ के दिग्गज ओपनर शिखर धवन भी अपने करियर को विदाई दे चुके हैं।
धवन भारत के शानदार बाएं हाथ के ओपनर रहे जिन्होंने वनडे क्रिकेट में आक्रामक बल्लेबाजी से रोहित शर्मा के साथ लंबे समय तक शानदार जोड़ी बनाई। संन्यास लेने से पहले धवन लंबे समय तक टीम से बाहर चल रहे थे। भारत और बंगाल के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने भी इस साल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। ऋषभ पंत की चोट के बाद साहा ने भारत के फ्रंटलाइन विकेटकीपर की भूमिका को अंजाम दिया था। कीपिंग स्किल के आधार पर उनको भारत का नंबर एक कीपर भी आंका जाता है।
हालांकि पंत की वापसी के बाद साहा का करियर सीमित होना पहले से तय था। दिनेश कार्तिक एक और विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिन्होंने साल 2024 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इसके साथ ही वह अब बतौर खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अलविदा कह चुके हैं। कार्तिक पिछले टी20 विश्व कप में अपनी असाधारण वापसी और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम में गजब की फिनिशिंग क्षमता के कारण सुर्खियों में आए थे। भारत के बैटिंग लीजेंड विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी टी20 विश्व कप जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से अपनी विदाई की घोषणा कर दी थी। पिछले एक-दो साल से टी20 क्रिकेट में इन खिलाड़ियों की मौजूदगी काफी कम थी। इन दोनों ने विश्व कप में अंतिम बार अपनी टी20 अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज कराते हुए ट्रॉफी भी उठाने में कामयाबी हासिल की। हालांकि दोनों खिलाड़ी फिलहाल आईपीएल का हिस्सा हैं और वनडे व टेस्ट मैचों में भी सक्रिय हैं।
विराट कोहली और रोहित शर्मा की तरह रवींद्र जडेजा ने भी टी20 विश्व कप के बाद अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर को विराम दे दिया। जडेजा इस प्रारूप में एक भी शानदार ऑलराउंडर की भूमिका को अंजाम दे रहे थे। जडेजा टेस्ट और वनडे टीमों का भी अहम हिस्सा हैं और अश्विन के संन्यास के बाद भारतीय जमीन पर होने वाले टेस्ट मैचों में उनकी भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाती है। इन प्रमुख नामों के अलावा भारत के सौरभ तिवारी ने भी इस साल संन्यास की घोषणा कर दी। तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने भी संन्यास ले लिया। एक समय उमेश यादव के साथ वरुण आरोन अपनी रफ्तार और खतरनाक यॉर्कर को लेकर काफी सुर्खियों में आए थे। हालांकि बाद में उनका करियर चोटों ने काफी प्रभावित रहा।