भोपाल। मध्य प्रदेश परिवहन विभाग (RTO) के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में उनकी कार से 53 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे। हैरानी की बात यह है कि लोकायुक्त की रेड से पहले ही सौरभ अपनी पत्नी के साथ दुबई भाग चुका है। अब जांच एजेंसियां विदेश मंत्रालय के जरिए उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही हैं।
मुज़फ्फरनगर में शादी का झांसा देकर युवती के साथ किया यौन शोषण, कार्रवाई की मांग
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी सौरभ के खिलाफ एक बड़ा खुलासा किया है। सौरभ की अनुकंपा नियुक्ति के दौरान नियमों की अनदेखी की गई थी। बताया जा रहा है कि सौरभ के पिता, आरके शर्मा, जो सरकारी डॉक्टर थे, के निधन के बाद 2015 में उसे अनुकंपा नियुक्ति मिल गई थी। ईडी अधिकारियों के अनुसार, सौरभ के दस्तावेजों में छेड़छाड़ की आशंका है।
मुज़फ्फरनगर में ई रिक्शा को लूटने का किया प्रयास, एक और आरोपी गिरफ्तार
सौरभ शर्मा कांग्रेस के 15 महीने के कार्यकाल में काफी प्रभावशाली हो गए थे और उन्होंने 6 से 8 चेक पोस्ट संभाले थे। इस मामले में सौरभ का भाई, सचिन शर्मा, छत्तीसगढ़ के वित्त विभाग में कार्यरत है। ईडी ने बताया कि सौरभ के घर से 7 करोड़ 98 लाख रुपये कैश बरामद हुए हैं और कुछ अन्य दस्तावेज भी मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए सील कर दिया गया है।
मुज़फ्फरनगर में घनी झाडिय़ों के बीच भट्टी खोदकर पिता-पुत्र बना रहे थे कच्ची शराब, एक गिरफ्तार
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, दस्तावेजों की जांच के बाद सौरभ शर्मा के खिलाफ वारंट जारी किया जाएगा, चाहे वह देश में हो या विदेश में। यदि आयकर छापे में बरामद कैश, गोल्ड और गाड़ी सौरभ से संबंधित पाई जाती है, तो इसके खिलाफ संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। यह मामला अब काफी तूल पकड़ चुका है और जांच एजेंसियां पूरी तरह से सौरभ शर्मा के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही हैं।