नोएडा। जनपद गौतमबुद्व नगर में किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार का लुक्सर जेल भेजे गए 38 किसानों की आज सुबह रिहाई हुई। जेल से बाहर आते ही किसानों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि उनके प्रमुख नेताओं को भी जेल से रिहा किया जाए, तभी वह जेल से बाहर जाएंगे। उनके हंगामा की सूचना पाकर जेल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। समझाने-बुझाने के बाद 9 किसान अपने घर वापस चले गए, लेकिन 29 किसान अपनी मांग पर अड़े रहे। पुलिस ने उन्हें दोबारा से गिरफ्तार कर लिया है।
थाना ईकोटेक-प्रथम के प्रभारी अनुज राणा ने बताया कि आज सुबह को जेल में बंद 38 किसनों की रिहाई की गई थी। उन्होंने बताया कि जेल से निकलते ही किसानों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि उनके प्रमुख नेता सुखबीर खलीफा, डा. रुपेश वर्मा, सुनील फौजी आदि को भी छोड़ जाए। उनकी रिहाई अभी नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि 38 किसानों का ही परवाना आया था। जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा किया गया था। किसानों के हंगामें की सूचना पाकर जेल पर पुलिस पहुंची।
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थाना प्रभारी ने बताया कि हंगामा कर रहे किसानों को समझाया गया, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं थे। 9 किसान जेल से निकलने के बाद अपने घर चले गए लेकिन 29 किसान जेल के गेट पर हंगामा करने लगे। उन्होंने बताया कि काफी समझाने-बुझाने के बावजूद भी जब किसान नहीं माने तो उन्हें दोबारा से गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि जिन किसानों को गिरफ्तार किया गया उसमें प्रमुख रूप से प्रमोद शर्मा, सोनू पहलवान, अतुल यादव, सुशील सहित 29 किसान शामिल है। वहीं दूसरी तरफ 29 किसानों को दोबारा से गिरफ्तार करने पर विभिन्न किसान संगठनों ने पुलिस-प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।