नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसे देश की अपूरणीय क्षति बताते हुए सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की।
इस बीच, योगी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, जो 2004 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रमुख बॉडीगार्ड के रूप में सेवा दे चुके हैं, भावुक हो गए। उन्होंने मनमोहन सिंह के साथ बिताए अपने तीन सालों को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व और सादगी की सराहना की।
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असीम अरुण, जो एक समय यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी थे, ने बताया कि मनमोहन सिंह बेहद सरल और सादगीपूर्ण इंसान थे। उनके प्रधानमंत्री रहने के दौरान, प्रधानमंत्री आवास में करोड़ों की BMW कार के पीछे उनकी व्यक्तिगत मारुति 800 कार खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह अक्सर कहते थे,”यह करोड़ों की BMW प्रधानमंत्री की है, मेरी गाड़ी तो मारुति 800 ही है।” इस छोटे से किस्से से उनकी सादगी और निष्ठा का पता चलता है।
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मंत्री असीम अरुण ने साझा किया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हमेशा अपने स्टाफ का ख्याल रखते थे। दौरे के दौरान उनका पहला सवाल होता था,”सबने खाना खा लिया?” यह दिखाता है कि वे न केवल एक महान नेता थे, बल्कि एक दयालु इंसान भी थे।
असीम अरुण ने मनमोहन सिंह के साथ की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें वे असीम के परिवार के साथ नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन तीन वर्षों में उन्होंने न केवल एक नेता के रूप में, बल्कि एक व्यक्ति के रूप में भी बहुत कुछ सीखा।
डॉ. मनमोहन सिंह का यह पहलू उन्हें भारतीय राजनीति में अनोखा बनाता है। उनके प्रति असीम अरुण जैसे करीबी लोगों की भावनाएं यह दर्शाती हैं कि वे न केवल एक कुशल प्रशासक थे, बल्कि मानवीयता और सादगी के प्रतीक भी थे। उनके निधन से भारत ने एक आदर्श नेता को खो दिया है।