वाराणसी । सीमेंट कारोबारी पिता ने अपने जवान बेटे को किसी बात पर डांट दिया तो युवा बेटे अमन जायसवाल ने खुद के अपहरण की कहानी रच दी। रूपए ऐंठने के लिए घर से शाम को चुपचाप निकले अमन ने अपहरण कर्ता बन पिता सतीश जायसवाल के मोबाइल पर 30 लाख रूपए देने के लिए मैसेज किया। मैसेज में लिखा कि रूपए तैयार रखना ,नहीं तो तुम्हारे बेटे अमन को जान से मार दिया जाएगा।
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मैसेज पढ़ते ही पिता ने जैतपुरा पुलिस को बेटे के अपहरण की जानकारी दी। छानबीन में पुलिस को युवक की लोकेशन नोएडा में मिली। जैतपुरा पुलिस त्वरित कार्यवाही में लोकेशन पर पहुंची तो युवक अपने दोस्त के घर मिल गया। महज 24 घंटे के अंदर इस मामले का पर्दाफाश कर पुलिस टीम युवक को वाराणसी ले आई। युवक की करतूत की जानकारी पाते ही लोग दंग रह गए। युवक 12 वीं पास बताया गया। पढ़ाई के बाद अमन पिता के कारोबार में हाथ बंटाता रहा। पिता की
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बात से नाराज होकर वह बुधवार शाम को घर से बिना किसी को बताए निकल गया । देर रात तक उसका पता नहीं चला तो परिजन परेशान होकर उसे ढूढ़ने लगे। इस दौरान उसका फोन भी बंद रहा। परिजन उसके अपहरण की आशंका से ग्रसित हो गए। बाद में पिता के मोबाइल पर अनजान नंबर से मैसेज आया और मैसेज के जरिए 30 लाख रूपए मांगे गए। पिता की लिखित तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दरोगा जितेन्द्र यादव को विवेचना के लिए लगाया गया। पुलिस टीम ने फोन काल के लोकेशन और पतारसी सुरागरसी के जरिए अमन को सकुशल बरामद कर लिया।