संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर में दर्शन करने के लिए गाजियाबाद से 40 श्रद्धालुओं का जत्था पहुंचा है। सभी श्रद्धालुओं ने संभल में प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर भगवान का आशीर्वाद लिया। गाजियाबाद से 40 श्रद्धालुओं के जत्थे में आए ललित शंकर ने कहा कि हम सब श्रद्धालु एक प्रेरणा लेकर हरनंदी महानगर गाजियाबाद से कल्कि नगरी संभल में आए हैं।
मथुरा काशी की भांति संभल का भी आध्यात्मिक महत्व है। हिंदू समाज के जन जागरण के लिए हम यहां आए हैं, ताकि देश-विदेश से भी लोग संभल आकर यहां के धार्मिक तीर्थ का दर्शन करें। संभल में अनेकों मंदिर हैं। लेकिन धीरे-धीरे भगवान अपने दिव्या रूप में आने वाले हैं, बस उनको जागरण करने की देर है। हिंदू समाज महाकुंभ में भगवान को जागरण कर रहा है। वहीं, एक अन्य श्रद्धालु अमरदीप ने कहा कि गाजियाबाद से हम लोग 40 भक्तों के साथ संभल में प्राचीन कार्तिकेय मंदिर में दर्शन के लिए आए हैं।
संभल में प्रभु कल्कि का अवतार होना है। यहां का धार्मिक आध्यात्मिक एवं व्यापारिक विकास होना चाहिए। संभल में आज हमने कई प्राचीन मंदिरों के दर्शन किए हैं। अभी सभी मंदिरों के दर्शन नहीं हो पाएंगे क्योंकि कुछ न्यायिक बाध्यताएं हैं। एक मंदिर में न्यायिक बाध्यता के कारण नहीं जा सकते, न्यायिक बाध्यता दूर होने पर वह यहां आकर उस मंदिर में दर्शन और पूजन करेंगे। बता दें कि संभल के खग्गू सराय में पुलिस-प्रशासन ने 14 दिसंबर 2024 को 1978 से बंद कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट खुलवाए थे। 46 साल बाद खुले मंदिर का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। पहली बार मंदिर की रंगाई-पुताई कराई गई। इस मंदिर में भक्त प्रतिदिन पूजा-पाठ कर रहे हैं। स्थानीय लोग भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कार्तिकेय महादेव मंदिर काफी दिनों तक पूरे देश में सुर्खियों में रहा था।