चंडीगढ़ । हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने फिर से अपनी सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी को सीधे तौर पर घेर लिया है। शुक्रवार को जारी बयान में अनिल विज ने कहा कि नायब सैनी जब से मुख्यमंत्री बने है तब से उड़न खटोले पर हैं, ये सिर्फ उनकी नहीं बल्कि सभी विधायकों और मंत्रियों की आवाज है।
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विज बोले चुनाव के दौरान उन्हें किसी बड़े नेता ने हराने की कोशिश की और उन पर हमला हुआ। सौ दिन बीतने के बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब उन्हें फर्क नहीं पड़ता। मंत्री अनिल विज ने कहा कि फिर भी यह बहुत ही गंभीर बात है। गंभीर इसलिए है कि हमारे मुख्यमंत्री उड़न खटोले से नीचे नहीं उतरते, जिस दिन से मुख्यमंत्री बने हैं उसे दिन से उड़न खटोले पर ही है,नीचे उतरे तो जनता के दुख दर्द को देखें।
उन्होंने कहा कि अंबाला छावनी की जनता ने मुझे सात बार यहां (अंबाला) से विधायक बनाया है और अंबाला छावनी के काम रुकेंगे, तो उसके लिए मुझे जो भी करना पड़ेगा मैं करूंगा, आंदोलन करना पड़ेगा तो आंदोलन करूंगा, जान देनी पड़ेगी तो जान दूंगा, भूख हड़ताल करनी पड़ेगी तो भूख हड़ताल करूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने सातवीं बार चुनाव जीतने के एक सप्ताह के भीतर-भीतर सार्वजनिक मंच से कहा था कि उन्हें हराने के लिए अधिकारियों व कुछ नेताओं ने मिलकर साजिश रची।
विज ने कहा कि उन्होंने इसके बाद अधिकारियों को लिखकर भी दिया है लेकिन 100 दिन बीत गए, न मुझसे पूछा गया और न ही उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्हाेंने कहा कि पहले तो मुझे शक था कि किसी बड़े नेता के आशीर्वाद से मुझे हराने का यहां पर प्रयास किया गया और यहां तक भी हुआ कि मुझे मरवाने का प्रयास किया गया,लेकिन अब उन पर कार्रवाई न करने से मुझे विश्वास हो गया। क्योंकि मैं सबसे सीनियर नेता हूं और मैं कह रहा हूं कि मुझे हराने वाले के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है । उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए थी यदि कार्रवाई नहीं करो तो कम से कम तबादला तो किया जाना ही चाहिए था और पार्टी से तो निकल ही जाना चाहिए था।