Saturday, February 1, 2025

कैराना में निट्रो कम्पनी में बड़े मुनाफे का सपना दिखाकर की करोड़ों की ठगी, दो शातिर ठग पूर्व में पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं

शातिर ठग पीड़ितों द्वारा कार्रवाई करने पर दे रहे फ़र्ज़ी मुक़दमो में फंसाने की धमकी, हरियाणा पुलिस दो ठगों को पूर्व में गिरफ्तार करके भेज चुकी है जेल

कैराना। निट्रो कम्पनी में पैसे लगाकर बड़े मुनाफे का लालच देकर शातिर ठगों ने भोलेभाले लोगों के साथ करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। दो शातिर ठग हरियाणा पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं,जबकि गैंग के शेष बचे पार्टनर अब पीड़ितों पर दबाव बनाने के लिए फ़र्ज़ी मुकदमे दर्ज कराने का षड्यंत्र रच रहे हैं।

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निट्रो कम्पनी में मोटे मुनाफे का लालच देकर शातिर ठगों ने करोड़ों रुपयों की ठगी को अंजाम दिया है। कंपनी के लगभग चार पार्टनर एक साथ मीटिंग करके लोगों को आमंत्रित करते थे और फिर उन्हें कंपनी में बड़े मुनाफे का लालच देकर उनसे नकदी वसूलते थे। हैरानी की बात तो यह है कि ली गई रकम की कोई रसीद आदि भी नहीं  दी जाती थी,बल्कि पूरी रकम कैश ली जाती थी। साढ़े पांच लाख रुपये जमा कराने पर 25 माह में ली गई रकम में चार गुणा बढोत्तरी करने व प्रत्येक माह बतौर मुनाफा 30 हज़ार रुपये खाते में ट्रांसफर करने का लालच दिया जाता था। कम्पनी के यह शातिर पार्टनर आम आदमी को इसी जाल में फँसाकर ठगी को अंजाम देते थे।

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करोड़ों रुपये जमा कराने के बाद भी जब एकाउंट में खोटी कोड़ी नहीं  आई तो बड़े मुनाफे का सपना सजाने वाले पीड़ितों ने कम्पनी के चारों पार्टनरों से सम्पर्क साधना शुरू किया,जिसके बाद पीड़ितों को बताया गया कि कम्पनी भाग चुकी है,जबकि कम्पनी को संचालित करने वाले यही चारों पार्टनर बताए गए हैं,जो आपस में मिलकर भोलेभाले लोगों को शिकार बनाकर उनकी खून पसीने की गाढ़ी कमाई को एक ही झटके में ठग चुके थे।

ठगी के शिकार शाहरुख़  मालिक सहित लगभग तीन दर्जन लोगों ने पानीपत पुलिस को तहरीर देकर 43 लाख 76 हज़ार रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए चार लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था,जिसमें दो शातिर बच निकले थे,जबकि प्रवीण व समीर को पानीपत पुलिस ने गत 4 दिसंबर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।

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इसी मामले में कैराना निवासी एडवोकेट शहज़ाद मालिक द्वारा सरवर, समीर उर्फ समेदीन व प्रवीण के खिलाफ धारा 420,406,504,506 व 66 डी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। समीर व प्रवीण पानीपत जेल में बंद है,जिसको बी वारंट के ज़रिए कैराना कोर्ट में तलब भी किया जा चुका है। इससे पूर्व एडवोकेट नदीम अंसारी द्वारा भी शातिर ठगों के विरुद्ध धारा 156/3 के तहत न्यायालय के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जा चुका है।


पीड़ितों पर दबाव बनाने का प्रयास

ठगी के शिकार पीड़ितों पर दबाव बनाने के लिए शातिरों द्वारा फ़र्ज़ी मुकदमे दर्ज कराने का हथियार अपनाया गया है। अब पीड़ितों के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर षड्यंत्र के तहत मुकदमे दर्ज कराने की धमकी दी जा रही हैं। बताया गया है कि गैंग का एक सदस्य अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है,जो दबाव बनाने के लिए तरह तरह कर हथकंडे अपना रहा है।

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ठगों ने हरियाणा के पानीपत में ले रखी है शरण

कैराना में बड़ी ठगी को अंजाम देकर शातिर ठगों ने हरियाणा के पानीपत में शरण ले रखी है।जो आलीशान बिल्डिंग बनाकर नवाबों जैसी ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं।आलम यह है कि अब पीड़ितों को खुली धमकी दी जा रही है। गैंग का एक सदस्य एक राजनीतिक पार्टी का प्रदेश सचिव बताया गया है,जिसे इस पूरे खेल में गेमचेंजर के तौर पर देखा जाता है। इसके साथ कैराना ब्लॉक क्षेत्र के गाँव मोहम्मदपुर राई के दो चर्चित चेहरे भी इस गेम में शामिल बताए गए,जिनमे से एक धार्मिक वस्त्र पहने हुए हैं,जो कुछ दिन पहले तक एक मस्जिद में इमाम था,जबकि दूसरा भी इसी गांव का निवासी बताया गया है,पहले फर्नीचर्स आदि का काम कर चुका है। वर्तमान समय मे उसका मकान किसी बिल्डिंग से कम नहीं है और ठगी करके रातों रात अमीर बन बैठा है।अगर निष्पक्ष जांच होती है तो यह शातिर ठग सलाखों के पीछे होंगे।

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फ़र्ज़ी चैक देकर किया गया गुमराह

ठगी करने के बाद शातिरों द्वारा कुछ लोगों विश्वास में लेकर उनके हाथों में फ़र्ज़ी चेक भी थमाए गए थे और कहा गया था कि चेक के माध्यम से अपनी रकम पूरी कर लेना,लेकिन बाद में यह चैक भी मात्र कागज़ के टुकड़े ही साबित हुए। नदीम एडवोके बताते हैं कि उन्हें भी चैक दिए गए थे,जो बैंक मे लगाने के बाद ही बाउंस हो गए। अब शातिर फोन तक रिसीव नहीं कर पा रहे हैं।

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