मुरादाबाद । स्वयं को भगवान विष्णु का कल्कि अवतार बताने वाले, अपने आवास पर चूहों की गर्दन काट देने, फिर हवन कर जिंदा कर देने की बाते कहने वाले मुरादाबाद में तैनात दिल्ली निवासी ट्रेनी आईपीएस अफसर के सबंध में सोमवार को बरेली के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने जांच शुरू कर दी। मामले में पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बीते दिन पूरे मामले की जांच बरेली एसएसपी को सौंपी थी। फिलहाल ट्रेनी आईपीएस अफसर का इलाज परिजन दिल्ली में करा रहे हैं।
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मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि जांच अधिकारी जल्द ही ट्रेनी आईपीएस व उनके आवास पर रहने वाले कर्मचारियों और अन्य पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी। इसके बाद जांच रिपोर्ट डीजीपी को भेजी जाएगी। फिलहाल वह 10 दिन के अवकाश पर अपने परिजनों के साथ घर गए हुए हैं।
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दिल्ली निवासी आईपीएस अफसर को शासन ने बीती 2 सितंबर को मुरादाबाद में एएसपी के पद पर तैनात किया था। कुछ दिन पहले ही उन्हें एक सर्किल की जिम्मेदारी दी गई थी। ट्रेनी आईपीएस यहां अकेले रहते थे। उनका परिवार दिल्ली में रहता है।
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पुलिस सूत्रों का कहना है कि आईपीएस काफी दिनों से अजीब हरकतें कर रहे थे। आवास पर अचानक कभी हंसने लगते थे तो कभी चीखने-चिल्लाने लगते थे। कभी खुद को भगवान विष्णु का कल्कि अवतार बताते थे। ट्रेनिंग आईपीएस गणतंत्र दिवस से 3 दिन पहले 23 जनवरी की रात में वह अचनाक अपनी गाड़ी लेकर पुलिसलाइन मैदान मुरादाबाद में पहुंच गए थे। रोकने पर कपड़े उतारकर मिट्टी में लेट गए।
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इसके अलावा बीते सप्ताह वह एक दिन एक सिपाही को अपने घर पर ले गए और उसे गर्दन कटे चूहे दिखाकर कहा कि वह हवन करके इन्हे फिर से जिंदा कर देंगे। इसके बाद उक्त सिपाही उन्हे गच्चा देकर वहां से भाग आया और वरिष्ठ अधिकारियों को सारी बात बताई। उनकी इस तरह की हरकतों से कर्मचारी भी उनके आवास पर जाने से डरने लगे थे। एक सप्ताह तक यह सब चलता रहा लेकिन अफसरों तक इसकी जानकारी नहीं पहुंची।