भोपाल। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में दो पक्षों के विवाद के दौरान पुलिस टीम पर हुए हमले में एक एएसआई की मौत हो गई, जबकि कई अधिकारी घायल हो गए। इस घटना को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमारी पुलिस के एक एएसआई रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में दुःखद मृत्यु हुई है।
मेरी गहरी शोक संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। घटना में अन्य घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है।” उन्होंने आगे बताया, “घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। एडीजी रीवा जोन मौके पर पहुंच रहे हैं, साथ ही मैंने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है।
इस तरह की अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।” जानकारी के अनुसार, गड़रा गांव में दो पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद के कारण एक युवक को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी। शनिवार को दोनों पक्षों के आमने-सामने आने के बाद इस विवाद ने उस समय और तूल पकड़ लिया।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने अचानक पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया, जिसमें एएसआई रामगोविंद गौतम की मौत हो गई है। इसके अलावा थाना प्रभारी शाहपुर संदीप भारती, तहसीलदार पानिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।