नई दिल्ली। बजट से पहले आर्थिक र्मोचे पर अच्छी खबर है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह जनवरी महीने में सालाना आधार पर रिकॉर्ड 1.56 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह अभी तक का दूसरा सबसे अधिक जीएसटी कलेक्शन है। इससे पहले अप्रैल 2022 में 1.68 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व संग्रह हुआ था। एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश होगा।
वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि 31 जनवरी शाम 5 बजे तक के जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में 1.56 लाख करोड़ का जीएसटी राजस्व का संग्रह हुआ है। जनवरी, 2022 में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.40 लाख करोड़ की तुलना में यह 24 फीसदी ज्यादा है। ये लगातार 11वां महीना है जब जीएसटी राजस्व संग्रह 1.40 लाख करोड़ रहा है। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान तीसरी बार जीएसटी राजस्व संग्रह 1.50 लाख करोड़ के पार रहा है।
मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी के कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,55,922 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी के रूप में 28,963 करोड़ रुपये, एसजीएसटी के रूप में 36,730 करोड़ रुपये और आईजीएसटी के तौर पर 79,599 करोड़ रुपये का संग्रह किया गया। आईजीएसटी की राशि में 37,118 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर लगने वाले कर के रूप में वसूला गया। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 10630 करोड़ सेस के रूप में वसूले गए। इनमें वस्तुओं के आयात पर अधिभार के तौर पर 768 करोड़ रुपये की राशि वसूली की गई है।