अमृतसर। पंजाब की भगवंत मान की सरकार द्वारा नशे पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत शुक्रवार को अमृतसर के मुस्तफाबाद में एक ड्रग सप्लायर की बिल्डिंग ध्वस्त की गई। मौके पर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर खुद मौजूद रहे। अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई के तहत अमृतसर कमिश्नरेट में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। कई ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया गया है। इस साल 1 जनवरी से अब तक 70 किलोग्राम ड्रग्स और 84 लाख रुपए की ड्रग्स मनी जब्त की गई है और 604 ड्रग्स स्मगलर को गिरफ्तार किया गया है।
ड्रग्स सप्लाई में इस्तेमाल किए जाने वाले 27 वाहनों को जब्त किया गया। इसके अलावा, ड्रग सप्लायर की बिल्डिंग को ध्वस्त करने की कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुस्तफाबाद में, जिसे ड्रग्स का स्पॉट माना जाता है, ड्रग सप्लायर सोनू की बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया। उसके खिलाफ ड्रग से जुड़े चार मामले दर्ज हैं, जबकि उसकी मां जोगिंदर कौर के खिलाफ भी दो मामले दर्ज हैं। दोनों 2013 में अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके बाद जमानत पर बाहर आए और फिर ड्रग्स सप्लायर के तौर पर काम करने लगे। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जिस तरह से ड्रग्स सप्लायर पर कार्रवाई हो रही है, आम लोग इसकी सराहना कर रहे हैं। अमृतसर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “स्पेशल डीजीपी रेलवे, पुलिस कमिश्नर अमृतसर ने आज नशे के खिलाफ अभियान चलाया। इस अभियान के तहत हरिपुरा, गुमटाला और एकता नगर में तलाशी अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य नशे को जड़ से खत्म करना और नशा तस्करों पर शिकंजा कसना है। इस अभियान के दौरान, नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए लोगों से बातचीत की गई। साथ ही, नशे की लत में फंसे युवाओं को नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराकर उनके पुनर्वास में मदद करने की अपील की गई।”