गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच और लोनी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नशा तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने झारखंड से तस्करी कर लाई गई 320 ग्राम स्मैक बरामद की है, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत करीब 32 लाख रुपये बताई जा रही है। इस मामले में दो तस्करों, विनोद कुमार डांगी और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है।
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गिरफ्तार अभियुक्त विनोद कुमार डांगी ने पूछताछ में बताया कि वह झारखंड के चतरा जिले का निवासी है और दसवीं तक पढ़ा है। खेती-बाड़ी से पर्याप्त मुनाफा न होने के कारण वह आर्थिक तंगी का सामना कर रहा था। इसी बीच वह चतरा के ही सुनील मुंडा के संपर्क में आया, जो दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में नशे का कारोबार संचालित करता था।
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विनोद डांगी ने खुलासा किया कि वह सुनील मुंडा और गाजियाबाद के अमित वर्मा के साथ मिलकर स्मैक की तस्करी करता था। हर खेप की सप्लाई पर उन्हें 15,000 से 20,000 रुपये तक की कमाई होती थी। यह गिरोह संगठित तरीके से झारखंड से स्मैक लाकर दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में सप्लाई करता था।
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गाजियाबाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लोनी क्षेत्र में नशे की बड़ी खेप पहुंचाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच और थाना लोनी पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाते हुए छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान दोनों तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया और उनके कब्जे से 320 ग्राम स्मैक बरामद की गई।
एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार ने बताया कि यह नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। पुलिस इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार प्रयासरत है। अन्य संलिप्त आरोपियों, सुनील मुंडा और अमित वर्मा, की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार दबिश दी जा रही है।