नई दिल्ली। ग्लोबल मिक्स्ड रियलिटी (एक्सआर) डिस्प्ले शिपमेंट में वर्ष 2025 में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिसमें अकेले ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) ग्लास के शिपमेंट में 42 प्रतिशत की वृद्धि होगी। शनिवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। काउंटरपॉइंट रिसर्च की लेटेस्ट ‘एक्सआर डिस्प्ले शिपमेंट और फोरकास्ट रिपोर्ट’ के अनुसार, ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) अभी भी एक अपेक्षाकृत विशिष्ट क्षेत्र है, लेकिन इस साल वर्चुअल रियलिटी (वीआर) की 2.5 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में यह सबसे तेजी से बढ़ेगा। यह नए एआर स्मार्ट ग्लास के लॉन्च की वजह से देखी गई वृद्धि होगी, जो मीडिया कंजम्प्शन के बजाय एआई-इनेबल्ड एप्लीकेशन के लिए डिस्प्ले का इस्तेमाल करते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है, “पिछले साल पैनल शिपमेंट में तेज गिरावट देखी गई क्योंकि एक्सआर डिवाइस निर्माताओं ने इन्वेंट्री को खाली करने और अपने बिजनेस प्लान को रिवाइज करने की कोशिश की। मेटा क्वेस्ट 3एस का लॉन्च कम पैनल शिपमेंट के लिए एक और योगदान कारक था, क्योंकि इस हेडसेट में दो पैनलों के बजाय एक ही एलसीडी पैनल शामिल है।
“इस संदर्भ में, 2025 में अनुमानित वृद्धि केवल आंशिक सुधार होगी और पैनल शिपमेंट 2023 में देखे गए स्तर से बहुत नीचे रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में शिपमेंट में 87 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ एलसीडी वीआर में प्रमुख तकनीक बनी रह सकती है। एलसीडी का उपयोग एंट्री-लेवल हेडसेट में किया जाता है, लेकिन इसका इस्तेमाल क्वांटम डॉट्स और मिनी एलईडी जैसी एडवांस फीचर्स वाले हाई-एंड डिवाइस में भी किया जाता है। एआर के लिए, ओएलईडी-ऑन-सिलिकॉन की हिस्सेदारी घटकर 75 प्रतिशत होने की उम्मीद है, जिससे माइक्रोएलईडी और एलसीओएस डिस्प्ले के लिए बड़ी हिस्सेदारी की जगह बनेगी। जबकि मेटा और गूगल ने हाल ही में पूरी तरह से काम करने वाले माइक्रोएलईडी स्मार्ट ग्लास का प्रदर्शन किया है, उन्होंने अभी तक उन्हें व्यावसायीकरण करने की योजना की घोषणा नहीं की है। फिलहाल वर्ष 2026 के लिए भी रिकवरी को लेकर समान पैटर्न फॉलो करने का पूर्वानुमान है, जिसमें एआर के लिए डिस्प्ले शिपमेंट में 38 प्रतिशत और वीआर के लिए 2.1 प्रतिशत की वृद्धि होगी।